बेस मेटल की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ कारोबार करने की संभावना हैं। तांबे की कीमतें 613 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 607 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती है।
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने मंगलवार को 2021 में वैश्विक आर्थिक विकास के लिए अपने पूर्वानुमान को बढ़ाये जाने के बाद आज सुबह एसएचएफई में बेस मेटल की कीमतों में तेजी का रुझान है जबकि लंदन में कीमतों में मिला-जुला रुझान है। निवेशक कोविड-19 के कारण अर्थव्यवस्था को लेकर अनिश्चितता से निवेशक सतर्क हैं। डॉलर के कमजोर होने के कारण संयुक्त राज्य अमेरिका के बाहर खरीदारों के लिए धातु के सस्ता होने के कारण ताबे की कीमतों में तेजी आयी, लेकिन अमेरिकी प्रोत्साहन उपायों की धीमी प्रगति और चीन की ओर से माँग चिंता का विषय है चीन, जिसकी तांबे की खपत इस महीने की शुरुआत में आठ साल के ऊंचे स्तर पर पहुँच गयी, फरवरी में एक सप्ताह के नये साल की छुट्टी के कारण कम होने की आशंका है जबकि देश कोरोना वायरस के प्रकोप से जूझ रहा है।
जिंक की कीमतें 215 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 212 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती है। लेड की कीमतें 164 रुपये के स्तर पर अड़चन के साथ 160 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती हैं। एलएमई के पंजीकृत गोदमों में जिंक का स्टॉक 24% बढ़कर सितंबर 2018 के बाद सबसे अधिक 23,50,205 टन हो गया है। निकल की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ सीमित कारोबार करने की संभावना है और कीमतों को 1,325 रुपये के पास समर्थन के साथ 1,340 रुपये के स्तर पर अड़चन रह सकती है वर्ल्ड ब्यूरो ऑफ मेटल स्टैटिक्सि के अनुसार, वैश्विक निकल बाजार जनवरी से नवंबर 2020 के दौरान सरप्लस में था, जिससे उत्पादन 53.6 हजार टन की स्पष्ट माँग से अधिक था।
एल्युमीनियम की कीमतों में 165 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 161 रुपये तक गिरावट हो सकती है। इंटरनेशनल एल्युमीनियम इंस्टीट्यूट के अनुसार विश्व स्तर पर प्राइमरी एल्युमीनियम उत्पादन दिसंबर में 65.27 मिलियन टन तक पहुँच गया, जबकि 2019 में 63.66 मिलियन टन उत्पादन हुआ था। चीन के दो सबसे बड़े एल्युमीनियम उत्पादकों ने एक संयुक्त प्रस्ताव जारी किया कि कार्बन तटस्थता प्राप्त करने के लिए एक राष्ट्रीय योजन के भाग के रूप में कैसे उनके उद्योग को उत्सर्जन कम करना चाहिये, ऊर्जा का संरक्षण करना चाहिये और कम कार्बन का उत्पादन करना चाहिये (शेयर मंथन, 27 जनवरी 2021)