बेस मेटल की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ कारोबार करने की संभावना हैं। तांबे की कीमतें 679 रुपय के स्तर पर बाधा के साथ 672 के स्तर पर पहुँत सकती है।
शंघाई और एसएमई दोनों में बेस मेटल की कीमतों में आज तेजी का रुझान है क्योंकि निवेशकों ने तुर्की के केंद्रीक बैंक में अचानक उथल-पुथल के बाद वहाँ की मुद्रा लीरा के कारोबार पर नजर देखी। लेकिन डॉलर के मजबूती होने से कीमतों पर दबाव रह सकती है। प्रमुख तांबा उत्पादक कोडल्को को 2030 तक चिली में अपने रेडमीरो टोमिक खदान का विस्तार करने के लिए क्षेत्रीय पर्यावरण नियामक से मंजूरी मिल गयी है।
जिंक पर बिकवाली का दबाव रह सकता है और कीमतें 223 रुपये के स्तर पर अड़चन के साथ 210 रुपये, लेड की कीमतें 164 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 160 रुपये, निकल की कीमतें 1,180 रुपये के स्तर को पार कर गयी है और निचले स्तर पर खरीदारी के कारण कीमतों को 1,168 रुपये पर सहारा रह सकता है और कीमतें 1,195 तक बढ़त दर्ज कर सकती है। चीन की इस्पात और निकल उत्पादक त्सिंगशान ने इंडोनेशियाई निकल संसाधन फर्म सिल्करोड निकल से निकल अयस्क खरीदने के लिए दो साल की छूट पर हस्ताक्षर किया हैं। सिल्करोड मार्च 2021 से दिसंबर 2022 तक उच्च श्रेणी के 2.7 मिलियन मीट्रिक टन निकल अयस्क त्सिंगशान को आपूर्ति करेगी।
एल्युमीनियम की कीमतों में 179 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 175 रुपये तक गिरावट हो सकती है। इंटरनेशनल एल्युमीनियम इंस्टीट्यूट के अनुसार वैश्विक एल्युमीनियम उद्योग को 2050 तक ग्रीनहाउस गैस के उत्सर्जन में 77% की कमी करनी चाहिये। 2050 तक एल्युमीनियम की माँग 80% बढ़कर लगभग 180 मिलियन टन हो जायेगी क्योंकि आंशिक रूप से इसकी जरूरत उत्सर्जन में कटौती करने, शहरी इमारतों में और बिजली केबन बिछाने के लिए, इलेक्ट्रिक वाहनों में होती है। (शेयर मंथन, 23 मार्च 2021)