बेस मेटल की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ कारोबार करने की संभावना हैं। तांबे की कीमतें 672 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 660 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती है।
शंघाई और एसएमई दोनों में बेस मेटल की कीमतों में आज नरमी का रुझान है क्योंकि दुनिय भर में निवेशक के बीच महामारी से उबरने को लेकर चिंता बरकरार है। यूरोप में कोविड-19 प्रकोप के तीसरे दौर ने बाजार सतर्कता की भावना को बढ़ाया है। चिली में एंटोफगास्टा के लॉस पेलम्ब्रिज तांबा खदान के श्रमिकों ने एक अनुबंध की पेशकश स्वीकार कर ली है और हड़ताल की धमकी को छोड़ दिया है।
जिंक पर बिकवाली का दबाव रह सकता है और कीमतें 220 के स्तर पर अड़चन के साथ 212 रुपये, लेड की कीमतें 162 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 156 के स्तर पर पहुँच सकती हैं। गैल्वनाइजिंग उद्दामों के तैयार उत्पादों के भंडार में बढ़ोतरी से जिंक की कीमतों पर दबाव लगातार बढ़ रहा है। निकल की कीमतें 1,130-1,170 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। चीम की इस्पात और निकल उत्पादक त्सिंगाशान ने इंडोनेशियाई निकल संसाधन फर्म सिल्करोड निकल से निकल से निकल अयस्क खरीदने के लिए दो साल की छूट पर हस्ताक्षर किया हैं। सिल्करोड मार्च 2021 से दिसंबर 2022 तक उच्च श्रेणी के 2.7 मिलियन मीट्रिक टन निकल अयस्क त्सिंगशान को आपूर्ति करेगी।
एल्युमीनियम की कीमतों में 176 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 170 रुपये तक गिरावट हो सकती है। इंटरनेशनल एल्युमीनियम इंस्टीट्यूट के अनुसार वैश्विक एल्युमीनिय उद्योग को 2050 तक ग्रीनहाउस गैस के उत्सर्जन में 77% की कमी करनी चाहिये। 2050 तक एल्युमीनियम की माँग 80% बढ़कर लगभघ 180 मिलियन टन हो जायेगी क्योंकि आंशिक रूप से इसकी जरूरत उत्सर्जन में कटौती करने, शहरी इमारतों में और बिजली केबल बिछाने के लिए, इलेक्ट्रिक वाहनों में होती है। (शेयर मंथन, 24 मार्च 2021)