बेस मेटल की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ कारोबार करने की संभावना हैं। तांबे की कीमतें 672 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 664 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती है।
वैश्विक आर्थिक रिकवरी आउटलुक और कोविड संक्रमणों की वृद्धि को लेकर नये सिरे से चिंताओं के कारण शंघाई और एसएमई दोनों में बेस मेटल की कीमतों में आज नरमी का रुझान है। दुनिया भर में निवेशकों के बीच महामारी से उबरने को लेकर चिंता बरकरार है। यूरोप में कोरोना वायरस लॉकडाउन की चिंताओं के कारण डॉलर की माँग में बढ़ोतरी हुई है। चीन और पश्चिम के बीच तनाव बढ़ रहा है, साथ ही अमेरिकी कर सेंटीमेंट भी प्रभावित हुआ है और निवेशकों को सुरक्षित निवेश के लिए डॉलर में खरीदने के लिए प्रेरित किया।
जिंक पर बिकवाली का दबाव रह सकता है और कीमतें 218 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 214 रुपये, लेड की कीमतें 161 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 158 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती हैं। गैल्वनाइजिंग उद्यमों के तैयार उत्पादों के भंडार में बढ़ोतरी से जिंक की कीमतों पर दबाव लगातार बढ़ रहा है। निकल की कीमतें 1,165-1,195 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। चीन की इस्पात और निकल उत्पादक त्सिंगशान ने इंडोनेशियाई निकल संसाधन फर्म सिल्करोड निकल से निकल अयस्क खरीदने के लिए दो साल की छूट पर हस्ताक्षर किया हैं। सिल्करोड मार्च 2021 से दिसंबर 2022 तक उच्च श्रेणी के 2.7 मिलियन मीटिंक टन निकल अयस्क त्सिंगशान को आपूर्ति करेगा।
एल्युमीनियम की कीमतों में 177 रुपये के स्तर पर अड़चन के साथ 173 रुपये तक गिरावट हो सकती है। इंटरनेशनल एल्युमीनियम इंस्टीट्यूट के अनुसार वैश्विक एल्युमीनियम उद्योग को 2050 तक ग्रीनहाउस गैस के उत्सर्जन में 77% की कमी करनी चाहिये। 2050 तक एल्युमीनियम की माँग 80% बढ़कर लगभग 180 मिलियन टन हो जायेगी क्योंकि आंशिक रूप से इसकी जरूरत उत्सर्जन में कटौती करने, शहरी इमारतों में और बिजली केबल बिछाने के लिए, इलेक्ट्रिक वाहनों में होती है। (शेयर मंथन, 25 मार्च 2021)