कच्चे तेल में निचले स्तर पर खरीदारी होने की संभावना हैं और कीमतों को 5,070 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 4,970 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
विशेष रूप से संयुक्त राज्य अमेरिका, यूरोप और चीन में, ईंधन की माँग में वृद्धि की उम्मीदों से आज तेल की कीमतों में लगातार तीसरे दिन बढ़ोतरी हुई। साथ ही प्रमुख उत्पादक आपूर्ति अनुशासन बनाये हुये हैं। पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन (ओपेक) और उसके सहयोगी, जिसे ओपेक प्लस कहा जाता है, ने जुलाई तक आपूर्ति प्रतिबंधें को धीरे-धीरे कम करने की अपनी योजना को बनाये रखने के लिए सहमति व्यक्त की है। बैठक के बाद सऊदी ऊर्जा मंत्री प्रिंस अब्दुलअजीज बिन सलमान ने बाजार को उत्साहित करते हुये कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका और चीन में, दुनिया के दो सबसे बड़े तेल उपभोक्ताओं में, तेल की माँग में बढ़ोतरी हुई है और कहा है कि वैक्सीन रोलआउट की गति वैश्विक तेल बाजार में फिर से संतुलन स्थापित कर सकती है। विश्लेषकों के अनुसार ईरान परमाणु वार्ता की धीमी प्रगति ने ईरान के तेल के बाजार में वापस आने से पहले माँग को पूरा करने के लिए राहत की साँस ली है। वैश्विक शक्तियों के साथ ईरान के परमाणु समझौते को पुनर्जीवित करने के उद्देश्य से वार्ता एक सप्ताह के लिए स्थगित होने की उम्मीद है।
नेचुरल गैस की कीमतों में नरमी के रुझान के साथ कारोबार रहने की संभावना है और कीमतों को 221 रुपये के स्तर पर सहारा और 227 रुपये के स्तर पर रुकावट रह सकता है। (शेयर मंथन, 03 जून 2021)