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कच्चे तेल और नेचुरल गैस की कीमतों में बढ़त की उम्मीद - एसएमसी मासिक रिपोर्ट

अगस्त महीने में नेचुरल गैस और कच्चे तेल की कीमतों ने विपरीत दिशाओं में कारोबार किया और नेचुरल गैस ने लगातार दूसरे महीने कच्चे तेल से बेहतर प्रदर्शन किया।

नाइमेक्स में तेल की कीमतों में 7% से अधिक की गिरावट हुई है जो 10 महीने में सबसे अधिक गिरावट है। अमेरिका और कई एशियाई देशों में कोविड-19 के डेल्टा संस्करण के बढ़ते संक्रमण के साथ-साथ अमेरिका और चीन में धीमी मैनुफैक्चरिंग गतिविधि के कारण माँग की चिंताओं से ईंधन की माँग में कमी आयी। उम्मीद है कि ओपेक प्लस गठबंधन में तेल उत्पादक देश सितंबर में उत्पादन बढ़ाने की योजना के साथ आगे बढ़ेंगे, इससे भी कीमतों पर असर पड़ा। बाइडेन प्रशासन ने तीन सप्ताह, इस चिंता के बीच कि बढ़ती मुद्रास्फीति कोविड से आर्थिक सुधार को पटरी से उतार सकती है, पहले ओपेक प्लस से पेट्रोल की कीमतों को कम करने के लिए तेल उत्पादन को बढ़ावा देने का आ“वान किया था। 

सितम्बर में कच्चे तेल की कीमतों में उठापटक जारी रहने की संभावना है। कीमतों पर दबाव रह सकता है क्योंकि ओपेक प्लस बाजार में धीरे-धीरे आपूर्ति बढ़ाने की अपनी नीति को ऐसे समय में बरकरार रखने पर सहमत हो गया जब दुनिया भर में कोरोना वायरस के मामले बढ़ रहे हैं। अमेरिका में पिछले सप्ताह गल्फ कोस्ट क्षेत्र में तूफान इडा के आने के बाद कई रिफाइनर ऑफलाइन रहे और इसके साथ ही बिजली और पानी की कमी के कारण ईंधन की माँग पर असर पड़ने की संभावना है। अमेरिकी अपतटीय नियामक के अनुसार, खाड़ी तटीय क्षेत्र में तेल उत्पादन का अनुमानित 1.4 मिलियन बैरल प्रति दिन अभी भी ऑफलाइन है। लुइसियाना में तेल रिफाइनरियों को फिर से शुरू होने में हफ्तों लग सकते हैं, क्योंकि इस क्षेत्र में तूफान इडा ने भारी नुकसान पहुँचाया है, ऑपरेटरों को बिजली और पानी की कमी का सामना करना पड़ रहा है, जिससे तेलकी माँग में कमी आने की संभावना है। अमेरिकी खाड़ी अपतटीय कच्चे तेल का उत्पादन कुल अमेरिकी दैनिक उत्पादन का लगभग 16% होता है। अभी तक कोविड के नये वैरिएंट प्रसार से लड़ने के लिए नये लॉकडाउन के जोखिम को देखते हुये यह निश्चित नहीं है कि ओपेक प्लस और बाजार की भविष्यवाणी के अनुसार माँग तेजी से बढ़ पायेगी।
तेल उत्पादकों का नवीनतम निर्णयः पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन (ओपेक) और रूस सहित अन्य उत्पादकों, जिन्हें ओपेक प्लस के रूप में जाना जाता है, ने हाल की बैठक में बाजार में चरणबद्ध तरीके से प्रति माह 4,00,000 बैरल प्रति दिन बढ़ाने की नीति जारी रखने पर सहमति व्यक्त की। ऐसा तब तक करने की योजना बना रहा है जब तक कि कोविड-19 के कारण रुके हुये सभी उत्पादन को बहाल नहीं किया जाता है। लेकिन ओपेक प्लस ने 2022 के लिए अपनी माँग के पूर्वानुमान को बढ़ा दिया, जबकि बिडेन प्रशासन से उत्पादन में तेजी लाने के दबाव का भी सामना करना पड़ा, जिसने कहा कि यह खुशी की बात है कि समूह ने आपूर्ति बढ़ाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की। ओपेक के आँकड़ों से पता चलता है कि बाजार में 2021 के अंत तक कमी बनी रहेगी लेकिन फिर 2022 में तेल का सरप्लस हो जायेगा।
वैश्विक स्तर पर तेल की माँगः कोविड-19 के डेल्टा संस्करण के प्रसार पर चिंताओं के बावजूद वैश्विक स्तर पर तेल की माँग में वृद्धि जारी है। अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी का अनुमान है कि वैश्विक स्तर पर तेल की माँग अगले साल के अंत में महामारी से पहले के स्तर तक पहुँच जायेगी। ओपेक ने 2022 के लिए अपनी माँग का पूर्वानुमान भी बढ़ाया और उत्पादन वृद्धि में तेजी लाने के लिए अमेरिका के दबाव का सामना करना पड़ा। इस बीच, आयात कोटा की कमी, भंडार में कमी और चीन में ईंधन की खपत को कम करने वाले कोविड-19 लॉकडाउन के कारण लगभग पाँच महीने की धीमी खरीद के बाद चीन की ओर से कच्चे तेल की माँग में रिकवरी हो रही है।
अमेरिका में तेल रिगों की बढ़ती संख्याः हाल के सप्ताहों में अमेरिकी तेल उत्पादन में तेजी आयी है क्योंकि शेल निर्माता बड़े पैमाने पर डिंल किये गये लेकिन अधूरे कुओं के बाद अधिक कुओं की खुदाई कर रहे हैं। नवीनतम बेकर ह्यूजेस कंपनी के अनुसार, 27 अगस्त, 2021 तक घरेलू रिगों की कुल संख्या बढ़कर 508 हो गयी। अमेरिकी शेल तेल उत्पादन सितंबर में बढ़कर 8.1 मिलियन बैरल प्रति दिन होने की उम्मीद है, जो अप्रैल के बाद सबसे अधिक है।
कोविड-19 के डेल्टा वेरिएंट के बढ़ते मामले वैश्विक रिकवरी बाधित: कोविड-19 के डेल्टा वेरिएंट के संक्रमण की लहर अभी भी दुनिया को सता रही है और वैश्विक रिकवरी में सेंध लगा रही है। अत्यधिक संक्रामक कोविड-19 संस्करण सरकारों को कुछ प्रतिबंधें को फिर से लागू करने या बढ़ाने के लिए मजबूर कर रहा है, और निवेशक दुनिया के सबसे बड़े कच्चे बाजारों में मामलों में तेजी पर नजर रख रहे हैं। कोविड-19 के डेल्टा संस्करण से मामलों की संख्या में वृद्धि जारी है, यहाँ तक कि इजराइल जैसे देशों में भी जिन्होंने अपनी अधिकांश आबादी का टीकाकरण किया है। अमेरिका में, अधिक बच्चे वायरस के शिकार हो रहे हैं और 50 से कम उम्र के वयस्कों के मामलों की संख्या अब तक सबसे अधिक है। लेकिन कई विकसित और विकासशील देशों में टीकाकरण की रिकॉर्ड संख्या उम्मीद की किरण है कि वैश्विक अर्थव्यवस्था विकास की राह पर होगी।
भारत में ईंधन की माँगः भारत में ईंधन की माँग जुलाई में बढ़ने के बाद अगस्त में कम रही है क्योंकि पेट्रोल की खपत में वृद्धि जारी रही लेकिन डीजल की बिक्री में गिरावट आयी। सरकारी ईंधन खुदरा विक्रेताओं ने अगस्त में 2.43 मिलियन टन पेट्रोल की बिक्री की, जो अगस्त 2020 से 13.6% अधिक है। यह अगस्त 2019 में 2.33 मिलियन टन की कोविड से पहले की बिक्री की तुलना में 4.1% अधिक रही है। डीजल की बिक्री-सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाने वाला ईंधन- अगस्त के दौरान 15.9% बढ़कर 4.94 मिलियन टन रही है। लेकिन अगस्त 2019 से 9.8% कम रही है। अगस्त की पहली छमाही में डीजल की खपत कोविड से पहले के स्तरों की तुलना में 8% कम रही है। सितम्बर में कच्चे तेल की कीमतों में नरमी के रुझान के साथ कारोबार होने की संभावना है और कीमतों को 5,200 रुपये के स्तर पर बाधा रह सकता है जबकि 4,800 रुपये तक गिरावट दर्ज की जा सकती है।

नेचुरल गैस में कम उत्पादन एलएनजी की ठोस माँग के बीच घटते भंडार के कारण अगस्त के महीने में नेचुरल गैस ने 10% से अधिक की छलांग के साथ स्पष्ट रूप से लगातार दूसरे महीने कच्चे तेल से बेहतर प्रदर्शन किया। संयुक्त राज्य अमेरिका के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से अधिक गर्म मौसम से गैस की कीमतों को समर्थन मिला है, जिससे एयर कंडीशनिंग के लिए गैस की माँग बढ़ने की संभावना है। इस साल अब तक लगभग 80% की बढ़त के साथ नेचुरल गैस ने सभी कमोडिटीज में बेहतर प्रदर्शन किया है। सितंबर के महीने में अभी भी नेचुरल गैस के 370 रुपये तक पहुँचने की संभावना है लेकिन उच्च स्तर पर मुनाफावसूली से इनकार नहीं किया जा सकता है। इसलिए गिरावट पर खरीदारी इस कमोडिटी के लिए एक अच्छी रणनीति होनी चाहिये। बढ़ती माँग के बीच घटते स्टॉक से समर्थन कीमतों में तेजी बनी रहेगी। अगले दो सप्ताह में पश्चिमी तट पर मौसम सामान्य से अधिक गर्म और पूर्वी तट पर सामान्य रहने की उम्मीद है। टॅपिकल स्टॉर्म लैरी अटलांटिक में बना है और बरमूडा की ओर बढ़ रहा है। संयुक्त राज्य अमेरिका में बंदरगाह और नेचुरल गैस पंप इस क्षेत्र में बिजली के बिना ठप हो गये हैं। उम्मीद से ज्यादा मजबूत मैन्युफैक्चरिंग आँकड़ों ने कॉन्टैक्ट की कीमतों में तेजी लाने में मदद की थी।
प्रमुख खबरें
ऊर्जा सूचना प्रशासन ने सितंबर 1 की सूचना दी कि एपलाचियन बेसिन में 2021 की पहली छमाही में रिकॉर्ड शेल नेचुरल गैस का उत्पादन हुआ है। वर्ष की पहली छमाही के दौरान बेसिन का औसत उत्पादन 31.9 बिलियन क्यूबिक फीट प्रति दिन हुआ था। 2008 में उत्पादन शुरू होने के बाद से छह महीने की अवधि के लिए यह उच्चतम औसत है। रिफिनिटिव ने कहा कि अगस्त में कुल अमेरिकी उत्पादन औसतन 92.0 बीसीएफ हुआ था, जबकि जुलाई में 91.6 बीसीएफ था। अमेरिकी एलएनजी निर्यात संयंत्रों में प्रवाहित होने वाली गैस की मात्रा पिछले महीने के 10.8 बीसीएफ से और अप्रैल के रिकॉर्ड 11.5 बीसीएफ से अगस्त में काफी कम औसतन 10.5 बीसीएफ हो गयी है। मेक्सिको को अमेरिकी गैस पाइपलाइन से गैस का निर्यात जुलाई के 6.6 बीसीएफ से और जून में 6.7 बीसीएफ का मासिक रिकॉर्ड से अगस्त में औसतन 6.2 बीसीएफ तक कम हो गया। उत्तरी सागर में उत्पादन बंद होने से यूरोप के सबसे बड़े आपूर्तिकर्ता रूस से सीमित प्रवाह बढ़ गया है। एशिया में तरलीकृत नेचुरल गैस की कार्गे की आवक बढ़ रही है, जिससे यूरोप के लिए एक दशक से भी अधिक समय में अपने सबसे निचले स्तर पर भंडार को बढ़ाना मुश्किल हो गया है। रूस की दिग्गज गैस कंपनी गजप्रॉम पीजेएससी ने कहा है कि हो सकता है कि यूरोप आगामी हीटिंग सीजन से पहले अपने भंडार का पूरी तरह से पुनर्निर्माण करने में सक्षम न हो। रूसी गैस दिग्गज को स्वयं को भी गैस की कमी का सामना करना पड़ रहा है। नेचुरल गैस की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ कारोबार करने की संभावना है जहाँ कीमतों को 300 रुपये के स्तर पर सहारा और 370 रुपये के स्तर पर रुकावट रह सकता है। (शेयर मंथन, 13 सितम्बर 2021)

 

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