कच्चे तेल में उच्च स्तर पर मुनाफा वसूली होने की संभावना है।
कच्चे तेल की कीमतों में तेजी जारी रहने की संभावना है।
कच्चे तेल की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ सीमित दायरे में रहने की संभावना है।
पिछले सप्ताह तेल की कीमतों में लगभग 17% की वृद्धि के बाद गिरावट दर्ज की गयी।
कच्चे तेल की कीमतों में बढ़त हो सकती है और कीमतें 2,920 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 3,140 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती है।
कच्चे तेल की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ सीमित दायरे में कारोबार करने की संभावना हैं और कीमतों को 3,180 रुपये के स्तर पर अड़चन के साथ 2,980 के स्तर पर सहारा रह सकता है।
कच्चे तेल की कीमतें गिरावट के साथ खुल सकती है।
कच्चे तेल की कीमतों के गिरावट के साथ खुलने की संभावना है।
कच्चे तेल की कीमतें गिरावट के साथ खुल कर 4,070-4,120 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है।
कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट हुई है क्योंकि कोविड-19 महामारी के सबसे बुरे दौर से हाल ही में दर्ज तेजी के बाद माँग को लेकर मिले-जुले संकेतों के बीच बाजार ऊहापोह में रहा।
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यह एक संयोग है कि पिछले वर्ष की दीपावली के समय भी भारतीय शेयर बाजार कुछ ठंडा पड़ा था और इस साल भी बाजार में दीपावली के समय लाली ही ज्यादा बिखरी है। लेकिन पिछली दीपावली के समय जो थोड़ी निराशा बाजार में दिख रही थी, उस समय जिन निवेशकों ने सूझ-बूझ से नया निवेश किया, उन्हें अगले 1 साल में बड़ा सुंदर लाभ हुआ।
शेयर बाजार ने हाल में नये रिकॉर्ड स्तरों की ऊँचाइयाँ हासिल की हैं। लार्जकैप, मिडकैप, स्मॉलकैप सभी तरह के शेयर खूब चले हैं, दौड़े हैं, कुछ तो उड़े भी हैं!