कच्चे तेल की कीमतों में बढ़त हो सकती है और कीमतें 2,920 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 3,140 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती है।
प्रमुख उत्पादकों द्वारा आपूर्ति में तेल कटौती करते रहने से तेल की कीमतों में मंगलवार को शुरुआती कारोबार में तेजी दर्ज की गयी, जिसमें प्रमुख उत्पादकों ने आपूर्ति में कटौती की, लेकिन अमेरिका में कोरोना वायरस संक्रमण में फिर से बढ़ोतरी से आने वाले हफ्तों में आर्थिक गतिविधि कमजोर होने की चिंताओं से बढ़त सीमित रही।
पिछले सप्ताह अमेरिकी कच्चे तेल के भंडार में गिरावट और ऑर्गनाइजेशन ऑफ पेट्रोलियम एक्सपोर्टिंग कंट्रीज (ओपेक) और सहयोगी देशों द्वारा आपूर्ति में रिकॉर्ड कटौती से तेल की कीमतों को अभी भी बड़े पैमाने पर समर्थन किया जा रहा है। इस बीच एक अमेरिकी अदालत ने सोमवार को पर्यावरणीय चिंताओं को लेकर नॉर्थ डकोटा के बकेन शेल बेसिन से मिडवेस्ट और गल्फ कोस्ट क्षेत्रों में कच्चे तेल का परिवहन करने वाली सबसे बड़ी पाइपलाइन डकोटा एक्सेस को बंद करने का आदेश दिया। बाजार के सूत्रों के अनुसार बकेन में 5,70,000 बैरल प्रति दिन (बीपीडी) पाइपलाइन को पूरी तरह से बंद करने से पर्यावरणीय आदेश का पालन पूरा होने की संभावना है और तेल के परिवहन को रेल द्वारा पूरा किया जायेगा।
नेचुरल गैस की कीमतें 126 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 137 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती है। (शेयर मंथन, 07 जुलाई 2020)