कच्चे तेल की कीमतों के गिरावट के साथ खुलने की संभावना है।
बढ़ती आपूर्ति और वैश्विक आर्थिक धीमेपन के कारण माँग में कमी की आशंका से कीमतों पर दबाव बना हुआ है। अक्टूबर के प्रारंभ से ही तेल की कीमतों में गिरावट जारी है और तब से अब तक लगभग 25% की गिरावट हो चुकी है।
कच्चे तेल की कीमतों को 4,050 रुपये पर सहारा और 4,170 रुपये के स्तर पर बाधा रह सकती है। इस बीच ओपेक ने कहा है कि 2019 में विश्व स्तर पर तेल की आपूर्ति की अधिकता हो सकती है क्योंकि विश्व स्तर पर आर्थिक रफ्तार धीमी हो रही है, जबकि तेल उत्पादन अनुमान से अधिक हो रहा है।
नेचुरल गैस वायदा में उच्च स्तर पर मुनाफा वसूली होने की संभावना है और कीमतें 330-360 के दायरे में कारोबार कर सकती है। अमेरिका में नवंबर में अनुमान से अधिक ठंड के बाद हीटिंग के लिये गैस की माँग में बढ़ोतरी की संभावना के कारण कल अमेरिकी नेचुरल गैस वायदा की कीमतें 2013-2014 वर्ष के जाड़े के सीजन के बाद उच्चतम स्तर पर पहुँच गयी। कारोबारियों के अनुसार गैस के रिकॉर्ड उत्पादन के बावजूद अधिक ठंड के बाद हीटिंग के लिए गैस की माँग में बढ़ोतरी होने से देश के कुछ इलाकों की गैस की कमी हो सकती है। (शेयर मंथन, 15 नवंबर 2018)