शानदार उत्साह की बदौलत भारतीय बाजार को मिल रहे मूल्यांकन में वृद्धि होगी, जिससे यह 2014-16 के दौरान ईपीएस में 16.0% की सालाना औसत चक्रवृद्धि दर (सीएजीआर) से आगे निकल जायेगा।
मेरा आकलन है कि अगले एक वर्ष में सेंसेक्स (Sensex) का लक्ष्य 30,300 और निफ्टी (Nifty) का लक्ष्य 9,050 होगा। अगले 12 महीनों में निफ्टी के 7,200 से नीचे जाने की आशंका नहीं लगती है। एक मजबूत जनादेश के साथ सुधारों की ओर बढ़ने वाली सरकार के आने से निवेशकों का उत्साह काफी बढ़ गया है, जो बाजार के लिए सकारात्मक पहलू है। हालाँकि अभी चिंता की बात यह है कि मानसून की बारिश कम होने से कृषि क्षेत्र की वृद्धि दर पर बुरा असर होगा और महँगाई बढ़ सकती है। साथ ही कच्चे तेल के दाम बढ़ने से सरकारी घाटे (फिस्कल डेफिसिट) पर दबाव बढ़ेगा और इसके चलते भी महँगाई दर बढ़ेगी।
निवेशक सुधारों के तेज और प्रभावी क्रियान्वयन की उम्मीदें कर रहे हैं, जो आर्थिक धीमेपन और ऊँची महँगाई दर की मार से राहत दे। पिछले साल एक कमजोर आर्थिक परिवेश में रक्षात्मक क्षेत्रों (आईटी, फार्मा और एफएमसीजी) ने सबसे अच्छा प्रदर्शन किया। लेकिन अब नीतिगत परिदृश्य स्थिर होने और सुधारों की ओर बढ़ने वाली सरकार के आने से चक्रीय (साइक्लिकल) क्षेत्रों को निवेशक ज्यादा पसंद कर रहे हैं, जबकि रक्षात्मक शेयरों से पैसा निकाला जा रहा है।
भले ही शेयर बाजार ने हाल में एक शानदार प्रदर्शन किया है, लेकिन अर्थव्यवस्था का प्रदर्शन अब भी सामान्य से नीचे है। हाल के आँकड़ों में अर्थव्यवस्था में सुधार के कोई संकेत नहीं दिखे। साल 2013-14 की चौथी तिमाही में जीडीपी की विकास दर 4.6% रही, जबकि पूरे कारोबारी साल 2013-14 के दौरान विकास दर 4.7% पर रही, जो एक दशक की तलहटी के पास है।
पर आशाएँ इस बात से जगती हैं कि नयी सरकार ने प्रक्रियाओं को दुरुस्त करने और तेज गति से नीतिगत कदम उठाने के कई संकेत दिये हैं। मेरा मानना है कि शेयर बाजार एक सकारात्मक रुझान के साथ आगे बढ़ता रहेगा, जबकि अर्थव्यवस्था की हालत में सुधार आना कुछ देरी से शुरू होगा।
आने वाले समय में मेरा मानना है कि कैपिटल गुड्स, बैंक, ऑटो, बुनियादी ढाँचा (इन्फ्रास्ट्रक्चर) और तेल-गैस क्षेत्र अच्छी चाल दिखायेंगे। लेकिन दवा, एफएमसीजी और आईटी क्षेत्रों की चाल सुस्त रहेगी। अभी भारती एयरटेल, एलऐंडटी गेल, जेके सीमेंट और एनएमडीसी मेरे पाँच सबसे पसंदीदा शेयर हैं। पंकज पांडेय, रिसर्च प्रमुख, आईसीआईसीआई डायरेक्ट (Pankaj Pandey, Head Research, ICICI Direct)
(शेयर मंथन, 26 जून 2014)
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