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आशु मदान Ashu Madan

सीमित दायरे में रहने की संभावना

आशु मदान, राष्ट्रीय प्रमुख (रिटेल), रेलिगेयर सिक्योरिटीज

आज के बाजार के बारे में मेरा मानना है कि इसकी शुरुआत काफी फीकी रहेगी। दिन भर के कारोबार में बाजार एक सीमित दायरे में रह सकता है और आखिरी घंटों में कुछ तेजी आ सकती है। कल हमारे बाजारों में जो गिरावट आयी थी, उसके पीछे मुनाफावसूली को मुख्य कारण माना जा सकता है।

इन नतीजों से सकारात्मक दिशा नहीं मिलेगी

आशु मदान, राष्ट्रीय प्रमुख (रिटेल), रेलिगेयर सिक्योरिटीज

आज सुबह एशियाई शेयर बाजारों में नकारात्मक रुख दिख रहा है और भारतीय शेयर बाजारों के भी कमजोर रहने का अंदेशा है। पिछले सत्रों में आयी तेजी के पीछे कोई ठोस कारण नहीं था। सत्यम के घटनाक्रम के बाद विदेशी संस्थागत निवेशकों का रुख नकारात्मक हो गया है। यह विश्वास के संकट की स्थिति है और ये बिगड़े हुए हालात धीरे-धीरे समय के साथ ठीक होंगे। जहाँ तक विभिन्न कंपनियों के अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के नतीजों का सवाल है, वे बाजार के अनुमानों के अनुरूप ही हैं।

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    आगामी बजट बनाते वित्त मंत्री के सामने कई चुनौतियाँ हैं और इन चुनौतियों के चलते ही लोगों के मन में कई तरह की उम्मीदें भी हैं। क्या यह बजट विकास को तेज कर सकेगा, क्या लोगों को महँगाई की मार से बचाने में मदद कर सकेगा और क्या लोगों को थोड़े ज्यादा पैसे बचा पाने में मदद करेगा?

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    म्यूचुअल फंड उद्योग को निवेशक शिक्षा (इन्वेस्टर एजुकेशन) गतिविधियों में लगाये गये श्रम और संसाधनों का सुफल दिखने लगा है। इस उद्योग के अधिकांश खिलाड़ियों को यह समझ में आने लगा है कि निवेशक शिक्षा कोई नाम मात्र के लिए करने वाली चीज नहीं है, बल्कि यह उसके लिए एक मजबूत ग्राहक आधार तैयार करने की दिशा में काफी उपयोगी गतिविधि है।

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