शेयर मंथन में खोजें

सीमित दायरे में रहने की संभावना

आशु मदान, राष्ट्रीय प्रमुख (रिटेल), रेलिगेयर सिक्योरिटीज

आज के बाजार के बारे में मेरा मानना है कि इसकी शुरुआत काफी फीकी रहेगी। दिन भर के कारोबार में बाजार एक सीमित दायरे में रह सकता है और आखिरी घंटों में कुछ तेजी आ सकती है। कल हमारे बाजारों में जो गिरावट आयी थी, उसके पीछे मुनाफावसूली को मुख्य कारण माना जा सकता है।

पिछले दिनों हर बढ़त पर बेचने की मानसिकता दिख रही थी, लेकिन अब बाजार में हर गिरावट पर खरीदने की मानसिकता बन गयी है। अमेरिका में फेडरल रिजर्व बैंक द्वारा ब्याज दरों में की गयी कमी का हमारे यहाँ बैंकिंग क्षेत्र के शेयरों पर अच्छा असर दिखना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। बाजार के हालात को देखते हुए आज अच्छा प्रदर्शन करने वाले किसी खास क्षेत्र के बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता, लेकिन फिर भी कुल मोटे तौर पर एफएमसीजी क्षेत्र बेहतर लग रहा है। दिसंबर महीने के अंत तक विदेशी संस्थागत निवेशकों की ओर से किसी खास सक्रियता की उम्मीद नहीं है। 

Add comment

कंपनियों की सुर्खियाँ

निवेश मंथन पत्रिका

  • उम्मीदों और चुनौतियों के बीच आगामी आम बजट (दिसंबर 2024 अंक)

    आगामी बजट बनाते वित्त मंत्री के सामने कई चुनौतियाँ हैं और इन चुनौतियों के चलते ही लोगों के मन में कई तरह की उम्मीदें भी हैं। क्या यह बजट विकास को तेज कर सकेगा, क्या लोगों को महँगाई की मार से बचाने में मदद कर सकेगा और क्या लोगों को थोड़े ज्यादा पैसे बचा पाने में मदद करेगा?

  • निवेश मंथन निवेशक शिक्षा सम्मान (विशेषांक - दिसंबर 2024)

    म्यूचुअल फंड उद्योग को निवेशक शिक्षा (इन्वेस्टर एजुकेशन) गतिविधियों में लगाये गये श्रम और संसाधनों का सुफल दिखने लगा है। इस उद्योग के अधिकांश खिलाड़ियों को यह समझ में आने लगा है कि निवेशक शिक्षा कोई नाम मात्र के लिए करने वाली चीज नहीं है, बल्कि यह उसके लिए एक मजबूत ग्राहक आधार तैयार करने की दिशा में काफी उपयोगी गतिविधि है।

देश मंथन के आलेख

विश्व के प्रमुख सूचकांक

निवेश मंथन : ग्राहक बनें

शेयर मंथन पर तलाश करें।

Subscribe to Share Manthan

It's so easy to subscribe our daily FREE Hindi e-Magazine on stock market "Share Manthan"