शेयर मंथन में खोजें

भारती एयरटेल (Bharti Airtel), हिंदुस्तान यूनिलीवर (Hindustan Unilever) ने चढ़ाया सेंसेक्स (Sensex) को

आज सेंसेक्स (Sensex) की 184 अंक की बढ़त में सबसे ज्यादा योगदान भारती एयरटेल (Bharti Airtel), हिंदुस्तान यूनिलीवर (Hindustan Unilever) और ओएनजीसी (ONGC) का रहा।

सेंसेक्स को भारती एयरटेल से 18 अंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर से 14 अंक और ओएनजीसी से 10 अंक की बढ़त हासिल हुई। इसके अलावा आईटीसी ने 9 अंक, एचडीएफसी बैंक ने 6 अंक और आईसीआईसीआई बैंक ने भी 6 अंक का योगदान किया। सेंसेक्स के 18 शेयर आज फायदे में रहे, जबकि 12 शेयर घाटे में रहे। जिंदल स्टील के शेयर ने केवल 5 अंक की चपत लगायी।
सेंसेक्स के इन शेयरों का अपना नफा देखें, तो सबसे ज्यादा फायदे में हिंदुस्तान यूनिलीवर का शेयर रहा। यह 9.75 रुपये यानी 3.22% की तेजी के साथ 312.50 रुपये पर आ गया। भारती एयरटेल को 2.94%, रिलायंस कम्युनिकेशंस को 1.76%, ओएनजीसी को 1.24% और मारुति सुजुकी को 1.11% का फायदा हुआ। हीरो होंडा में 0.95%, सिप्ला में 0.94%, टाटा स्टील में 0.82%, एसीसी में 0.82%, आईटीसी में 0.76% और डीएलएफ में 0.66% की बढ़त रही। एचडीएफसी बैंक में 0.53%, टाटा पावर में 0.42%, आईसीआईसीआई बैंक में 0.35%, इन्फोसिस में 0.21%, एसबीआई में 0.14%, रिलायंस इंडस्ट्रीज में 0.14% और हिंडाल्को इंडस्ट्रीज में 0.13% की मजबूती रही। दूसरी ओर, जिंदल स्टील को 1.45% का घाटा सहना पड़ा। स्टरलाइट इंडस्ट्रीज में 0.72%, जयप्रकाश एसोसिएट्स में 0.70%, एनटीपीसी में 0.53% और टाटा मोटर्स में 0.42% की गिरावट रही। विप्रो में 0.35%, एचडीएफसी में 0.33%, टीसीएस में 0.32%, लार्सन एंड टुब्रो में 0.11%, महिंद्रा एंड महिंद्रा में 0.09%, रिलायंस इन्फ्रा में 0.08% और बीएचईएल में 0.05% की कमजोरी रही। (शेयर मंथन, 24 सितंबर 2010)

Add comment

कंपनियों की सुर्खियाँ

निवेश मंथन पत्रिका

  • उम्मीदों और चुनौतियों के बीच आगामी आम बजट (दिसंबर 2024 अंक)

    आगामी बजट बनाते वित्त मंत्री के सामने कई चुनौतियाँ हैं और इन चुनौतियों के चलते ही लोगों के मन में कई तरह की उम्मीदें भी हैं। क्या यह बजट विकास को तेज कर सकेगा, क्या लोगों को महँगाई की मार से बचाने में मदद कर सकेगा और क्या लोगों को थोड़े ज्यादा पैसे बचा पाने में मदद करेगा?

  • निवेश मंथन निवेशक शिक्षा सम्मान (विशेषांक - दिसंबर 2024)

    म्यूचुअल फंड उद्योग को निवेशक शिक्षा (इन्वेस्टर एजुकेशन) गतिविधियों में लगाये गये श्रम और संसाधनों का सुफल दिखने लगा है। इस उद्योग के अधिकांश खिलाड़ियों को यह समझ में आने लगा है कि निवेशक शिक्षा कोई नाम मात्र के लिए करने वाली चीज नहीं है, बल्कि यह उसके लिए एक मजबूत ग्राहक आधार तैयार करने की दिशा में काफी उपयोगी गतिविधि है।

देश मंथन के आलेख

विश्व के प्रमुख सूचकांक

निवेश मंथन : ग्राहक बनें

शेयर मंथन पर तलाश करें।

Subscribe to Share Manthan

It's so easy to subscribe our daily FREE Hindi e-Magazine on stock market "Share Manthan"