गाँव, कस्बों और छोट व बड़े शहरों के लघु या मझोले कारोबारियों को कर्ज देने वाली कंपनी फाइव स्टार बिजनेस फाइनेंस ने शेयर बाजार से पूँजी जुटाने के इरादे से अपना आईपीओ (initial public offer) पेश किया है। छोटे या मझोले कारोबारियों को धंधा जमाने के लिए ऋण देने वाले क्षेत्र की यह तेजी से बढ़ने वाली कंपनी है। इस कंपनी का आईपीओ आज से खुल गया है और इसमें 11 नवंबर 2022 तक निवेश के लिए आवेदन कर सकते हैं।
इस आईपीओ के लिए शेयर ब्रोकिंग कंपनी आईसीआईसीआई डायरेक्ट सिक्योरिटीज ने अपनी रिपोर्ट पेश की है। ब्रोकिंग फर्म ने इस आईपीओ के लिए कोई रेटिंग नहीं दी है। ब्रोकिंग फर्म का कहना है कि फाइव स्टार बिजनेस फाइनेंस एक गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनी (NBFC) है जो छोटे और मझोले कारोबारियों को लोन देती है। इस कंपनी की जून 2022 तक प्रबंधन अधीन संपत्ति (AUM) 5296.5 करोड़ रुपये था। यह वित्त वर्ष 2018 से 48% सीएजीआर (CAGR) से बढ़ा है।
फाइव स्टार बिजनेस फाइनेंस कंपनी इस इश्यू के जरिये 1960 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है। इसके शेयरों के लिये 450-474 रुपये का प्राइस बैंड तय किया गया है। एक लॉट में 31 शेयर हैं और यह आईपीओ पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल (OFS) पर आधारित है। इस आईपीओ में कंपनी ने 35% खुदरा निवेशकों, 15% गैर संस्थागत निवेशकों और 50% हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स के लिए निर्धारित किया है।
क्रिसिल रिसर्च के वित्त वर्ष 2022 के आकलन के मुताबिक सूक्ष्म, मझोले और छोटे कारोबार क्षेत्र में ऋण अंतराल 85 लाख करोड़ रुपये का है, जबकि मार्च 2022 तक यह पूरा बाजार 21 लाख करोड़ रुपये का था। इसलिए ब्रोकिंग फर्म ने इस कंपनी के शेयरों में निवेश के लिए कोई रेटिंग नहीं दी है। छोटे कारोबारियों को कर्ज देने का व्यवसाय वित्त वर्ष 2018 से 22 के बीच 22% सीएजीआर से बढ़ा है। आगे भी वित्त वर्ष 2022-25 के बीच इसके 16-18% सीएजीआर से बढ़ने का अनुमान है।
(शेयर मंथन, 09 नवंबर 2022)