अगस्त समाप्ति तक म्यूचुअल फंडों (Mutual Funds) की एयूएम (प्रबंधन अधीन संपदा) 25 लाख करोड़ रुपये के पार पहुँचा गयी है।
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (ऐम्फी) के आँकड़ों के अनुसार जुलाई के अंत तक 42 कंपनियों की 23.06 लाख करोड़ रुपये की संपदा के मुकाबले इसमें 8.41% की वृद्धि दर्ज की गयी है। इससे पहले पिछले साल अगस्त तक म्यूचुअल फंडों का कुल संपदा आधार 20.6 लाख करोड़ रुपये का था।
बाजार जानकारों का मानना है कि लिक्विड फंडों में तेज निवेश, निवेशक जागरूकता अभियान और खुदरा निवेशकों के मजबूत सहयोग से म्यूचुअल फंड उद्योग को काफी सहारा मिल रहा है। साथ ही छोटी राशि का निवेश करने की सुविधा के कारण निवेशकों को एसआईपी (SIP) माध्यम बहुत लुभा रहा है।
मई 2014 में म्यूचुअल फंड की एयूएम ने 10 लाख करोड़ रुपये और अगस्त 2017 में 20 लाख करोड़ रुपये का आँकड़ा पार किया था, जो अगस्त 2018 में 25.2 लाख करोड़ रुपये के सर्वकालिक उच्चतम स्तर पर पहुँच गया।
अगस्त 2018 में म्यूचुअल फंड योजनाओं में कुल 1.75 लाख करोड़ रुपये का निवेश किया गया, जिसमें 1.71 लाख करोड़ रुपये लिक्विड फंड्स या मुद्रा बाजार क्षेत्र में आये। इसके अलावा इक्विटी योजनाओं में 7,700 करोड़ रुपये का निवेश आया। हालाँकि आय फंडों में से 6,500 करोड़ रुपये और गोल्ड ईटीएफ में 45 करोड़ रुपये की निकासी दर्ज की गयी। (शेयर मंथन, 08 सितंबर 2018)