अन्य उभरते बाजारों में जा रहा है निवेश : पशुपति आडवाणी (Pashupati Advani)
इस समय चीजें स्थिर हैं। हमें उत्पादन क्षमता तैयार करने की जरूरत है, पर यह रातों-रात नहीं हो सकता।
इस समय चीजें स्थिर हैं। हमें उत्पादन क्षमता तैयार करने की जरूरत है, पर यह रातों-रात नहीं हो सकता।
कैलेंडर वर्ष 2014 में भारतीय शेयर बाजार में निवेशक फिर से लौटे हैं।
मुझे लगता है कि अगले एक साल में अर्थव्यवस्था की हालत में आने वाला सुधार मौजूदा अनुमानों की तुलना में हल्का रह सकता है।
भारतीय बाजार में मजबूती जारी रहेगी, हालाँकि गिरावटें भी आती रहेंगी।
बाजार के सबसे अच्छे दिन आने अभी बाकी हैं। बाजार में तेजी का दौर अभी शुरू ही हुआ है।