मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज (Motilal Oswal Financial Services Ltd) में रीटेल रिसर्च प्रमुख सिद्धार्थ खेमका के मुताबिक विदेशी निवेशकों द्वारा निरंतर बिकवाली, डॉनल्ड ट्रंप की शुल्क नीति पर अनिश्चितता और कई कंपनियों के अनुमान से कम तिमाही नतीजों से निफ्टी 320 अंकों की गिरावट के साथ 23025 (1.4%) के स्तर पर बंद हुआ।
निफ्टी मिडकैप 100 और स्मॉलकैप 100 सूचकांकों में प्रत्येक में 2% की गिरावट के साथ व्यापक बाजारों में भारी बिकवाली का दबाव देखने को मिला। सभी क्षेत्रीय सूचकांक लाल निशान में बंद हुए, जिसमें निफ्टी रियल्टी सूचकांक सबसे ज्यादा नुकसान रहा और इसमें वृद्धि संबंधी चिंताओं और आरबीआई द्वारा ब्याज दर में कटौती चक्र की शुरुआत पर अनिश्चितता के कारण 4% से अधिक की गिरावट आयी।
विदेशी निवेशकों ने सोमवार को 4,337 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, जिससे जनवरी में आज की तारीख तक 50,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की निकासी हुई है। ब्रिक्स देशों को लक्षित डॉनल्ड ट्रंप की टिप्पणी, जिसमें उन्होंने वैश्विक व्यापार में अमेरिकी डॉलर पर निर्भरता करने वाले देशों पर 100% शुल्क लगाने की मंश दोहरायी, भारतीय बाजार में नकारात्मक भावना को बढ़ावा दिया।
वैश्विक बाजार भी शुक्रवार को बैंक ऑफ जापान (बीओजे) द्वारा लिए जाये वाले फैसले में ब्याज दरें बढ़ने की आशंका से डरे हुए हुए हैं, जिससे वैश्विक स्तर पर कर्ज लेने की लागत प्रभावित हो सकती है। हमारा अनुमान है कि मिश्रित तिमाही नतीजों और विदेशी निवेशकों की भारी बिकवाली के बीच बाजार निकट समय में दबाव में रह सकते हैं।
कल आने वाले एचडीएफसी बैंक, एचयूएल, बीपीसीएल जैसे दिग्गजों के तीसरी तिमाही नतीजों पर निवेश करीबी से नजर रखेंगे। मिडकैप आईटी स्टॉक भी केंद्र में रहेंगे, क्योंकि कोफॉर्ज और परसिस्टेंट सिस्टम्स भी कल अपने तिमाही नतीजे घोषित करेंगे।
(शेयर मंथन, 21 जनवरी 2025)
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