भारत निर्वाचन आयोग (Election Commission of India) ने उत्तर प्रदेश (यूपी), पंजाब, मणिपुर, उत्तराखंड और गोवा में होने वाले चुनावों की तारीखों की घोषणा कर दी है।
5 राज्यों में एक साथ होने वाले चुनावों में गोवा (40 विधानसभा सीटें) और पंजाब (117 विधानसभा सीटें) में केवल एक चरण में एक साथ 4 फरवरी को चुनाव होंगे। पाँचों राज्यों में कुल मिला कर 690 विधानसभा सीटें हैं, जिन पर 16 करोड़ से अधिक मतदाता वोटिंग करेंगे।
उत्तराखंड (70 विधानसभा सीटें) में भी एक ही चरण में 15 फरवरी को वोटिंग होगी, जबकि मणिपुर (60 विधानसभा सीटें) में दो चरणों में चुनाव संपन्न होंगे। उत्तर-पूर्वी राज्य मणिपुर में 4 मार्च को पहले और 8 मार्च को दूसरे चरण की वोटिंग होगी। इसके अलावा आबादी के लिहाज से सबसे बड़े राज्य यूपी में 7 चरणों में चुनाव मुकम्मल होगा। इसमें 11 फरवरी को पहले, 15 फरवरी को दूसरे, 19 फरवरी को तीसरे, 23 फरवरी को चौथे, 27 फरवरी को पाँचवें, 4 मार्च को छठे और 8 मार्च को सातवें चरण का मतदान होगा। चुनाव आयोग ने चुनावों में हिस्सा ले रहे प्रत्याशियों द्वारा खर्च की जाने वाली रकम की सीमा भी तय कर दी है। यूपी, पंजाब और उत्तराखंड के प्रत्याशियों के लिए यह सीमा 28 लाख रुपये और मणिपुर और गोवा के प्रत्याशियों के लिए अधिकतम सीमा 20 लाख रुपये तय की गयी है। नोटबंदी के बाद इतने बड़े स्तर पर यह पहला चुनाव है, जिसे भाजपा के लिए बड़ी चुनौती माना जा रहा है। (शेयर मंथन, 04 जनवरी 2017)