सस्ते खाद्य उत्पादों के कारण अगस्त 2018 में खुदरा महँगाई दर घट कर 3.69% रह गयी, जो पिछले 10 महीनों में सबसे कम है।
सांख्यिकी मंत्रालय ने बुधवार को इस संबंध में आँकड़े जारी किये हैं। इससे पहले जुलाई में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) आधारित महँगाई दर 9 महीनों के निचले स्तर पर 4.17% थी, जबकि अगस्त 2017 में सीपीआई 3.28% रही थी। गौरतलब है कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) खुदरा महँगाई पर नजर रखता है, जिसका मतलब है कि आरबीआई की नीति दरों के लिहाज से खुदरा महंगाई दर का आँकड़ा महत्वपूर्ण है।
जून और अगस्त में आरबीआई द्वारा द्वि-मासिक मौद्रिक नीति बैठकों में बेंचमार्क रेपो दर में 0.25% की बढ़ोतरी के बाद कीमतों में बढ़ोतरी की दर में सुस्त हुई है। सीपीआई घटने का मुख्य कारण खाद्य उत्पादों की कीमतों में कमी बताया जा रहा है। जुलाई में 1.37% के मुकाबले खाद्य महंगाई दर अगस्त में 0.29% रह गयी।
जुलाई में सब्जियों के दाम (-)72.19% के मुकाबले अगस्त में (-)7%, दालों की कीमतें 8.9% से घट कर 7.76% और चीनी की कीमतों पर 5.81% की तुलना में (-)5.45% महँगाई दर रही गयी। हालाँकि ईंधन लागत 7.96% से बढ़ कर 8.47% रही। (शेयर मंथन, 13 सितंबर 2018)