खाद्य पदार्थों की कीमतें बढ़ने के कारण फरवरी में खुदरा महँगाई दर पिछले चार महीनों में सर्वाधिक 2.57% रही।
जनवरी में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) आधारित खुदरा महँगाई दर 1.97% रही थी, जो पिछले 19 महीने का निचला स्तर था। वहीं फरवरी 2018 में यह 4.44% रही थी। गौरतलब है कि जानकारों ने फरवरी में महँगाई दर के 2.43% रहने का अनुमान लगाया था।
बता दें कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) खुदरा महँगाई पर नजर रखता है, जिसका मतलब है कि आरबीआई की नीति दरों के लिहाज से खुदरा महँगाई दर का आँकड़ा महत्वपूर्ण है। इस समय यह आरबीआई की 2% की सहनीय सीमा से ऊपर है।
जनवरी में (-)2.24% के मुकाबले खाद्य महँगाई दर फरवरी में बढ़ कर (-)0.66% रह गयी। वहीं सब्जियों के दामों में वृद्धि दर्ज की गयी, जो (-)13.3% के मुकाबले (-)7.69% रही।
इसके अलावा ईंधन और बिजली की महँगाई दर 2.2% की तुलना में 1.24% और हाउसिंग महँगाई 5.2% से घट कर 5.1% रह गयी। अनाजों की महँगाई दर 0.8% से बढ़ कर 1.32%, कपड़ों और जूतों की महँगाई दर 2.95% से घट कर 2.73% और दालों की महँगाई दर (-)5.5% से बढ़ कर (-)3.82% हो गयी। (शेयर मंथन, 13 मार्च 2019)