भारतीय अर्थव्यवस्था की विकास दर (GDP Growth Rate) के ताजा आँकड़े चिंताजनक हैं। कारोबारी साल 2019-20 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून 2019) में विकास दर घट कर मात्र 5.0% रह गयी है, जो इससे पिछली तिमाही यानी 2018-19 की चौथी तिमाही में 5.8% थी।
पिछले कारोबारी साल की पहली तिमाही में विकास दर 8.0% के ऊँचे स्तर पर थी, जहाँ से अब काफी धीमापन (Slowdown) दिख रहा है। 2017-18 की चौथी तिमाही के बाद से यह लगातार पाँचवीं तिमाही है, जब जीडीपी वृद्धि दर में गिरावट आयी है।
केंद्रीय सांख्यिकी संगठन (CSO) के ताजा आँकड़ों के अनुसार 2019-20 की पहली तिमाही में सकल मूल्य वर्द्धित या ग्रॉस वैल्यू ऐडेड (GVA) के बढ़ने की दर 4.9% रही है, जो 2018-19 की चौथी तिमाही में 5.7% और 2018-19 की पहली तिमाही में 7.7% थी।
विनिर्माण (Manufacturing) क्षेत्र को बीती तिमाही में बड़ा झटका लगा है। इस क्षेत्र की वृद्धि दर 2018-19 की पहली तिमाही में 12.1% और 2018-19 की चौथी तिमाही में 3.1% थी, जो बीती तिमाही में घट कर मात्र 0.6% रह गयी है। निर्माण (Construction) क्षेत्र भी पर सीमेंट उत्पादन में कमी और तैयार इस्पात की खपत में कमी का असर नजर आया है। इस क्षेत्र की वृद्धि दर अप्रैल-जून 2019 की तिमाही में 5.7% रही है, जो 2018-19 की पहली तिमाही में 7.1% और चौथी तिमाही में 9.6% रही थी।
कृषि (Agriculture) क्षेत्र भी सुस्त दिख रहा है और 2019-20 की पहली तिमाही में केवल 2% बढ़ा है, जबकि पिछले कारोबारी साल की समान तिमाही में इसने 5.1% की अच्छी वृद्धि दिखायी थी। हालाँकि जनवरी-मार्च 2019 में दर्ज 0.1% की गिरावट की तुलना में इसने सुधार ही दर्ज किया है। (शेयर मंथन, 30 अगस्त 2019)