कोविड 19 (Covid 19) के दुष्प्रभावों के मद्देनजर विभिन्न संस्थाओं द्वारा भारत के विकास दर के अनुमान दर में कटौती का क्रम जारी है।
अब इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड (International Monetary Fund- IMF) ने वित्त वर्ष 2020-21 के लिए भारत के जीडीपी विकास दर का अनुमान घटा दिया है। आईएमएफ का अनुमान है कि इस वित्तीय वर्ष के दौरान भारत की विकास दर 1.9% रह सकती है। जनवरी 2020 में पेश रिपोर्ट में आईएमएफ ने वित्त वर्ष 2020-21 में भारत की विकास दर 5.8% रहने का अनुमान जताया था, जबकि अक्टूबर 2019 की रिपोर्ट में यह दर 7% रहने का आकलन किया था।
इससे पहले अप्रैल के पहले हफ्ते में वैश्विक रेटिंग एजेंसी फिच रेटिंग्स (Fitch ratings) ने वित्त वर्ष 2020-21 में भारत की जीडीपी विकास दर के अपने अनुमान में कटौती करते हुए इसे 2% कर दिया था। मार्च के आखिरी हफ्ते में रेटिंग एजेंसी मूडीज (Moody's) ने कोरोना संकट के संभावित दुष्प्रभावों को देखते हुए साल 2020 के लिए भारत के जीडीपी विकास के लिए अपने पहले के अनुमान 5.3% को घटा कर 2.5% कर दिया था। इसके अलावा मार्च के अंतिम सप्ताह में ही रेटिंग एजेंसी क्रिसिल (CRISIL) ने वित्त वर्ष 2020-21 के लिए भारत के विकास दर के अपने पहले के अनुमान को घटा कर 3.5% कर दिया था।
हालाँकि आईएमएफ मानना है कि वित्त वर्ष 2021-22 में भारत की अर्थव्यवस्था मजबूती के साथ वापसी करेगी। इसके मुताबिक अगले साल भारत की अर्थव्यवस्था 7.4% की दर से बढ़ सकती है। (शेयर मंथन, 15 अप्रैल 2020)