दो महीने के अंतराल के बाद भारत सरकार ने खुदरा महँगाई दर (Retail Inflation Rate) के आँकड़े जारी किये हैं।
सांख्यिकी और कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय की ओर से जारी ताजा आँकड़ों के मुताबिक जून में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) आधारित खुदरा महँगाई दर 6.09% की दर से बढ़ी है।
इस तरह अब यह भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से तय सहनीय सीमा के पार चली गयी है। खुदरा महँगाई के आँकड़ों पर भारतीय रिजर्व बैंक की पैनी नजर रहती है और इसकी नीतिगत दरों के लिहाज से खुदरा महँगाई दर का आँकड़ा काफी अहम होता है। भारतीय रिजर्व बैंक ने महँगाई दर के लिए 4% का लक्ष्य रखा है। हालाँकि इसने इसमें 2% कम या अधिक की गुंजाइश भी रखी है। लेकिन जून में यह आरबीआई की इस सहनीय सीमा को भी पार कर गयी है।
मंत्रालय की ओर से अप्रैल के दूसरे हफ्ते में जारी आँकड़ों के मुताबिक, मार्च 2020 में खुदरा महँगाई दर 5.91% की दर से बढ़ी थी, जिसे अब संशोधित कर 5.84% कर दिया गया है। इसके बाद मंत्रालय ने अप्रैल और मई के खुदरा महँगाई दर के आँकड़े जारी नहीं किये।
ताजा आँकड़ों के मुताबिक कंज्यूमर फूड प्राइस इंडेक्स (CFPI) यानि खाद्य महँगाई दर जून महीने में 7.87% की दर से बढ़ी। मई महीने के लिए इसे संशोधित कर 9.20% कर दिया गया है। (शेयर मंथन, 14 जुलाई 2020)