उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित खुदरा महँगाई दर में अक्टूबर में लगातार तीसरे महीने राहत मिली है। सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय ने सोमवार (14 नवंबर) को अक्टूबर के महँगाई दर के आँकड़े जारी किये। अक्टूबर में खुदरा महँगाई दर लगातार तीसरे महीने घटकर 6.77% पर आ गयी, जो सितंबर 2022 में 7.41% पर थी।
घटने के बावजूद यह अब भी लगातार 10 महीने से केंद्रीय रिजर्व बैंक (RBI) की 6% की सहनशीलता सीमा से बाहर है। पिछले साल की समान अवधि में यानी अक्टूबर 2021 में महँगाई दर 4.48% थी। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय द्वारा जारी इन आँकड़ों के मुताबिक अक्टूबर माह में खाद्य उत्पादों की मुद्रास्फीति अक्टूबर में 7.01% रही, जो सितंबर में 8.6% थी। केंद्रीय बैंक खुदरा महँगाई दर को ध्यान में रखकर छमाही मौद्रिक नीति तैयार करता है।
सरकार ने रिजर्व बैंक को 2% मार्जिन रखते हुए अगले 5 साल के लिए 2026 तक खुदरा महँगाई दर 4% पर नियंत्रित करने को कहा है। रिजर्व बैंक ने अनियंत्रित मुद्रास्फीति पर अपनी रिर्पोट केंद्र सरकार को भेज दी है। इसमें उसने सरकार को महँगाई काबू में न आने के कारण बताने के साथ ही इसे नियंत्रित करने के लिये किये जा रहे प्रयासों का भी जिक्र किया है।
एक तरफ खाद्य और पेय पदार्थों के महँगाई दर के आँकड़ों में कमी आयी है, तो दूसरी तरफ ईंधन और ऊर्जा क्षेत्र में यह बढ़कर 9.93% पर पहुँच गयी। वस्त्र और फुटवियर क्षेत्र में यह 10.16% पर आ गयी, जबकि आवासीय क्षेत्र की महँगाई दर बढ़कर 4.58% हो गयी।
(शेयर मंथन, 15 नवंबर)