केरल के त्रिशूर में गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (NBFC) से जुड़े कई स्थानों पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) की तलाशी की खबरों के बाद मणप्पुरम फाइनेंस के शेयरों में 3 मई को 12% से ज्यादा की गिरावट आई।
जिन परिसरों की तलाशी ली गई, उनमें प्रमोटर वीपी नंदकुमार का कार्यालय और आवास के साथ-साथ कंपनी का मुख्यालय भी शामिल है। ईडी मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों की जांच कर रही है और कथित तौर पर कंपनी के अधिकारियों द्वारा दिये गये दस्तावेजों और बयानों की जाँच कर रही है। मनी लॉन्ड्रिंग और अन्य आर्थिक अपराधों की जाँच करने वाली एजेंसी ने अभी तक छापों पर कोई बयान नहीं दिया है।
कुछ खबरों में कहा गया है कि यह जाँच भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मंजूरी के बिना जमा राशि में कंपनी द्वारा जनता से 150 करोड़ रुपये एकत्र करने से संबंधित हो सकती है। कंपनी पर केवाईसी मानदंडों का उल्लंघन करके बड़े पैमाने पर नकद लेनदेन करने का भी संदेह है। मन्नापुरम फाइनेंस तीन दशकों से वित्तीय सेवाएँ प्रदान कर रहा है और दक्षिण भारत में महत्वपूर्ण उपस्थिति के साथ सोना, माइक्रोफाइनेंस और आवास ऋण सहित विभिन्न प्रकार की सेवाएँ प्रदान करता है।
29 अप्रैल को, कंपनी ने घोषणा की थी कि वह उधार के माध्यम से धन जुटाने के लिए विभिन्न विकल्पों पर विचार कर रही है, जिसमें सार्वजनिक निर्गम, निजी प्लेसमेंट या वाणिज्यिक पत्रों के माध्यम से तटवर्ती और अपतटीय प्रतिभूति बाजारों पर ऋण प्रतिभूतियाँ जारी करना शामिल है।
कंपनी का शेयर आज नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर 12.11% की गिरावट के साथ 113.95 रुपये पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान इसने 111.70 रुपये के निचले और 129.55 रुपये के उच्च स्तर को छुआ।
(शेयर मंथन, 03 मई 2023)