नीरज दीवान, निदेशक, क्वांटम सिक्योरिटीज
आज के कारोबार के बारे में मेरा मानना है कि बाजार मजबूती के साथ खुलेंगे, क्योंकि वैश्विक संकेत अच्छे दिख रहे हैं। लेकिन दोपहर बाद यदि यूरोपीय बाजारों में गिरावट का रुख देखने को मिला, तो हो सकता है कि हमारे यहाँ भी मुनाफावसूली शुरू हो जाये।
जहाँ तक विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) का सवाल है, अगले कुछ दिनों तक इनकी बिकवाली बने रहने की संभावना है। पिछली तिमाही में कंपनियों के कारोबारी नतीजे कुछ खास अच्छे नहीं रहे हैं, इसलिए बाजार की धारणा तो नकारात्मक ही है। अच्छा यही रहेगा कि 8000-8500 के स्तरों पर खरीदारी का लक्ष्य बना कर चला जाये।
आज बैंकिंग और कंज्यूमर गुड्स क्षेत्रों के शेयरों का प्रदर्शन अच्छा रहने की संभावना है, जबकि धातु शेयरों पर दबाव बना रह सकता है। जहाँ तक महंगाई दर का सवाल है, उम्मीद है कि अगले तीन-चार महीनों में यह नियंत्रण में आ जायेगी। ब्याज दरों में कमी का सिलसिला आरंभ हो गया है। अगले कुछ महीनों में कच्चे तेल की कीमत 40-60 डॉलर प्रति बैरल के दायरे में रहने की उम्मीद है। इसलिए कहा जा सकता है कि संकेत बेहतर हो रहे हैं और अगले 6-9 महीनों में स्थिति में सुधार देखा जा सकता है। हालांकि अगले 4-6 महीने मुश्किल भरे हो सकते हैं, क्योंकि अगली तिमाहियों के नतीजे कमजोर रहने का अंदेशा है।