हल्दी वायदा (अक्टूबर) की कीमतों में 6,500 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ तेजी रहने की संभावना है।
अच्छी क्वालिटी की हल्दी की आवक के कारण इरोद के हाजिर बाजारों में कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। रेगुलेटेड मार्केट कमिटी में फिंगर वेरायटी और रूट वेरायटी की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है, जबकि अन्य बाजारों में भी दोनों वेराइटी की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है।
जीरा वायदा (अक्टूबर) की कीमतों के 18,800-19,200 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। आगामी त्योहारी माँग के कारण खपत में बढ़ोतरी होने की उम्मीद है और कारोबारी अधिक कीमतों पर भी खरीदारी कर रहे हैं। इसके साथ ही मंडियों में आवक कम हो गयी है, जिससे कीमतों को मदद मिल रही है।
इलायची वायदा (अक्टूबर) की कीमतों को 1,390 रुपये के स्तर पर सहारा रहने की संभावना है। अधिक निर्यात माँग और 2018-19 में कम उत्पादन अनुमान और अधिक माँग के कारण इलायची की कीमतें 18 महीने के उच्च स्तर 1,458.30 रुपये पर पहुँच गयी हैं, लेकिन कीमतों में अभी भी बढ़ोतरी की संभावना है। केरल में भारी बारिश और बाढ़ के कारण फसल को नुकसन होने के कारण इलायची का कुल उत्पादन केवल 12,000-15,000 रुपये टन होने का अनुमान है।
इडुक्की के नीलामी केन्द्र पर इलायची की कीमतें अधिक हो गयी हैं। अन्य नीलामी केन्द्रों पर भी इलायची की कीमतों में बढ़ोतरी का रूझान है। कारोबारियों को कुल उत्पादन में 60% से अधिक की गिरावट होने का अनुमान है। (शेयर मंथन, 28 सितंबर 2018)
Add comment