हाजिर बाजारों में नरमी के रुझान पर हल्दी वायदा (अप्रैल) की कीमतों में 6,300 रुपये तक गिरावट जारी रहने की संभावना है।
कल बाजारों में मैसूर वेराइटी की नयी फसल की हल्दी की आवक कम हुई है, फिर भी हाजिर कीमतों में गिरावट हुई है, क्योंकि कारोबारियों की ओर से माँग कम हुई है। नयी फिंगर वेराइटी की कीमतों में 250 रुपये प्रति क्विंटल और रूट वेराइटी की कीमतों में 200 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट हुई है। इसी प्रकार सभी बाजारों में दोनों वेराइटी की पुरानी फसल की हल्दी की कीमतों में भी गिरावट हुई है।
जीरा वायदा (मार्च) की कीमतों के 15,800-16,055 रुपये के दायरे में सीमित दायरे में कारोबार करने की संभावना है। पिछले हफ्ते ऊँझा में जीरे की नयी फसल में नमी अधिक होने से पिछले वर्ष की तुलना में 23% कम कीमतों पर बिक रही है। गुजरात के सौराष्ट्र और गोंदल में जीरे की नयी फसल की आवक हो रही है।
धनिया वायदा (अप्रैल) की कीमतों के 6,540-6,690 रुपये के दायरे में सीमित दायरे में कारोबार करने की संभावना हैं। कारोबारी काफी सतर्क हैं और फसल के विकास पर पैनी नजर रखे हुए हैं। पिछले 2-3 दिनों से मौसम में अचानक बदलाव धनिया की खड़ी फसल के लिए लाभकारी माना जा रहा है।
इलायची वायदा (फरवरी) की कीमतों में 1,525 रुपये के नजदीक सहारे के साथ तेजी का रुझान जारी रहने की संभावना है। नीलामी केन्द्रों पर इलायची की कीमतें 1,500 रुपये प्रति किलो ग्राम के स्तर को पार कर गयी हैं। मौजूदा फसल कटाई सीजन के समाप्त हो जाने और जून के अंत या जुलाई के प्रारंभ तक नयी फसल की आवक होने तक बाजार में उपलब्धता की कमी बरकरार रह सकती है। (शेयर मंथन, 30 जनवरी 2019)
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