सोयाबीन वायदा (अप्रैल) में बिकवाली का दबाव रह सकता है और 3,730 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ कीमतों में 3,650 रुपये तक गिरावट हो सकती है।
रिफाइंड सोया तेल वायदा (अप्रैल) की कीमतों में 730 रुपये तक गिरावट हो सकती है। कमजोर वैश्विक रुझानों और सुस्त माँग के कारण हाजिर बाजारों में सोया तेल और सोयाबीन की कीमतों में नरमी का रुझान है। वर्तमान समय में भारतीय सोयामील की तुलना में दक्षिण अमेरिकी सोयामील की कीमतें काफी कम हैं। इसलिए भारतीय सोयामील की निर्यात माँग में कमीं जारी रहने की संभावना है।
सीपीओ वायदा (मार्च) की कीमतों में गिरावट जारी रहने की संभावना है और कीमतों में 525 रुपये तक गिरावट हो सकती है। इस बीच मलेशिया में हुए औद्योगिक सम्मेलन में विश्व स्तर पर अधिक उत्पादन और बायोडीजल के लिए बढ़ते भंडार के कारण पॉम ऑयल में नरमी का रुझान रहने का अनुमान लगाया गया है। मलेशियन पॉम ऑयल के अनुमान से अधिक भंडार के कारण बीएमडी में पॉम ऑयल वायदा की कीमतों में गिरावट हुई है। मलेशियन पॉम ऑयल बोर्ड के अनुसार फरवरी में मलेशियन पॉम ऑयल का निर्यात माह-दर-माह 21.4% कम होकर 13.2 लाख टन और उत्पादन 11.1% कम होकर 15.4 लाख टन रह गया है। जबकि पॉम ऑयल का भंडार 1.3% बढ़ कर 30.4 लाख टन हो गया है।
सरसों वायदा (अप्रैल) की कीमतों के 3,825-3,855 रुपये के दायरे में सीमित दायरे में रहने की संभावना है। सरसों मील निर्यातकों की ओर से अधिक माँग के कारण पेराई में तेजी आने से कीमतों में तेजी का सेंटीमेंट है। इस वर्ष सरसों का उत्पादन अधिक होने का अनुमान है और आगामी महीने में सरसों की आवक में तेजी आ सकती है। (शेयर मंथन, 12 मार्च 2019)
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