कॉटन वायदा (जुलाई) की कीमतों के 16,000-16,200 रुपये के दायरे में सीमित दायरे में कारोबार करने की संभावना है।
कॉटन कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ने बांग्लादेश, वियतनाम को कपास निर्यात को बढ़ावा देने की कोशिश कर रही है और बांग्लादेश को 1.5-2 मिलियन बेल (170 किलोग्राम प्रत्येक) कपास निर्यात करने के लिए एक समझौता ज्ञापन पर काम किया जा रहा है, जबकि कपास निर्यात को बढ़ावा देने के लिए सीसीआई वियतनाम में अपना गोदाम भी स्थापित करेगी। संयुक्त राज्य अमेरिका के सबसे बड़े कपास उत्पादक क्षेत्र टेक्सास में तूफान द्वारा लाये गये अत्यधिक बारिश के कारण फसल नुकसान होने से सोमवार को आईसीई कॉटन वायदा की कीमतों में बढ़त दर्ज की गयी। आईसीई में कॉटन को दिसंबर कॉन्टैक्ट्स 0.20 सेंट या 0.3% बढ़कर 61.36 सेंट बंद हुआ है।
चना वायदा (अगस्त) की कीमतों के 4,070-4,100 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के कुछ हिस्सों में जमकर खरीदारी और कम बारिश ने इंदौर की मंडियों में दलहन बीज की कीमतों को बढ़ा दिया है। इन क्षेत्रों में फसलों को नुकसान होने की खबर है, जिससे दलहनी फसलों की कीमतों में तेजी देखी जा सकती है। अंत में, प्रधान मंत्री गरीब कल्याण योजना (पीएमजीकेवाई) के 30 नवंबर तक विस्तार के लिए चना दाल की भारी आवश्यकता है।
मेंथा ऑयल वायदा (अगस्त) की कीमतें अपने 3 साल के निचले स्तर पर कारोबार कर रही है और कीमतों के 940 रुपये के स्तर पर अड़चन के साथ 915-900 रुपये के स्तर तक नीचे जाने की उम्मीद है। गुटखा और तंबाकू उत्पादों की बिक्री पर प्रतिबंध के बाद मेंथा की माँग पिछले काफी कम हो गयी है। इसके अलावा, एक्सचेंज वेयरहाउस में भंडार सप्ताह-दर-सप्ताह बढ़ रहा हैं और इस सीजन में उत्पादन उच्च स्तर पर है। (शेयर मंथन, 29 जुलाई 2020)
चना वायदा (अगस्त) की कीमतों के 4,070-4,100 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के कुछ हिस्सों में जमकर खरीदारी और कम बारिश ने इंदौर की मंडियों में दलहन बीज की कीमतों को बढ़ा दिया है। इन क्षेत्रों में फसलों को नुकसान होने की खबर है, जिससे दलहनी फसलों की कीमतों में तेजी देखी जा सकती है। अंत में, प्रधान मंत्री गरीब कल्याण योजना (पीएमजीकेवाई) के 30 नवंबर तक विस्तार के लिए चना दाल की भारी आवश्यकता है।
मेंथा ऑयल वायदा (अगस्त) की कीमतें अपने 3 साल के निचले स्तर पर कारोबार कर रही है और कीमतों के 940 रुपये के स्तर पर अड़चन के साथ 915-900 रुपये के स्तर तक नीचे जाने की उम्मीद है। गुटखा और तंबाकू उत्पादों की बिक्री पर प्रतिबंध के बाद मेंथा की माँग पिछले काफी कम हो गयी है। इसके अलावा, एक्सचेंज वेयरहाउस में भंडार सप्ताह-दर-सप्ताह बढ़ रहा हैं और इस सीजन में उत्पादन उच्च स्तर पर है। (शेयर मंथन, 29 जुलाई 2020)
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