सोयाबीन वायदा (सितम्बर) की कीमतों के 3,700-3,760 के दायरे में सीमित कारोबार करने की संभावना है।
कमजोर उपलब्धता के बीच, प्लांट डिलीवरी के लिए सोयाबीन की कीमतें बढ़कर 3,900 रुपये प्रति क्विंटल के स्तर पर पहुँच गयी है। कमजोर आवक के कारण सोयाबीन की कीमतें 3,750-3,850 प्रति क्विंटल पर बंद हुई है। घरेलू माँग में सुधर के कारण सोया डीओसी की कीमतें 3,000 रुपये प्रति टन रही। शिकागो बोर्ड ऑफ ट्रेड सोयाबीन वायदा सोमवार को आशंका के रूप में चढ़ गया कि एक सूखा अगस्त में सूखे मौसम के कारण फसल को नुकसान पहुँचने से सीबोट में सोयाबीन की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है जबकि बेहतर निर्यात बिक्री के कारण अमेरिकी स्टॉक कम हो रहा है। पूरे अमेरिका में अगस्त महीने में कम बारिश का अनुमान है।
सरसों वायदा (सितम्बर) की कीमतों के 5,130 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 5,200-5,220 रुपये के स्तर पर पहुँचने की संभावना है। अंचार निर्माताओं की ओर से सरसों तेल की बढ़ी हुई माँग और कम होती आवक के कारण कीमतों में तेजी बरकरार रह सकती है।
सोया तेल (सितम्बर) की कीमतों को 876 रुपये के स्तर पर अड़चन का सामना करना पड़ सकता है, जबकि सीपीओ (अगस्त) की कीमतें 745-760 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। त्यौहारी सीजन के बावजूद कमजोर माँग और सस्ते आयातित तेल की पर्याप्त उपलब्धता के कारण इंदौर की मंडियों में सोया और अन्य तेलों की कीमतों की बढ़त पर रोक लग गयी है। कारोबारियों के अनुसार खाद्य तेलों की बिक्री, जो महामारी के प्रकोप के कारण बाधित हुई थी, वह फिर से बढ़ रही है, लेकिन बिक्री की गति उम्मीदों के अनुकूल नहीं और इसके कोविड से पहले के स्तर तक पहुँचने में चार से छह महीने और लगेंगे। आपूर्ति भी अधिक हो रही है। डेलियन एक्सचेंज और सीबोट में सोया तेल की कीमतों में बढ़ोतरी के कारण कल बीएमडी में पॉम ऑयल की कीमतों में 1% की बढ़ोतरी हुई है जबकि अगस्त महीने में कमजोर निर्यात के कारण बढ़त पर रोक लगी। (शेयर मंथन, 18 अगस्त 2020)
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