सोयाबीन वायदा (दिसंबर) की कीमतों को 4,390 रुपये के पास सहारा बरकरार रहने की संभावना है, कीमतों के 4,450 रुपये के स्तर पर पहुँचने की उम्मीद है।
घरेलू के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी बेहतर फंडामेंटल से कीमतों को मदद मिल रही है। ब्राजील में शुष्क मौसम और चीन की ओर से मजबूत माँग के बीच यूएसडीए के अनुसार 2020-21 में अमेरिकी सोयाबीन का उत्पादन कम होने और अंतिम स्टॉक कम होने के अनुमान के कारण शिकागो सोयाबीन वायदा की कीमतें चार वर्षो के उच्च स्तर पर पहुँच गयी है। कम पैदावार के कारण सोयाबीन का उत्पादन 4.17 बिलियन बुशल होने का अनुमान है जो 98 मिलियन बुशल कम है। घरेलून बाजार में सोयाबीन की फसल को नुकसान और संक्रमित फसलों की आवक की रिपोर्ट के कारण इंदौर की मंडियों में सोयाबीन की कीमतों में बढ़ोतरी हो रही है। सोयाबीन तेल और सोयामील की अधिक माँग के कारण मिलों के लिए मार्जिन 120 प्रति 150 रुपये प्रति क्विंटल तक बढ़ गयी हैं, जिससे मिलें अधिक मात्रा में ताबड़तोड़ पेराई कर रही हैं। इससे सोयाबीन की माँग अधिक बनी हुई है। आरएम सीड वायदा (दिसंबर) की कीमतों में भी तेजी का रुझान है और 6,130-6,230 रुपये के स्तर के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुये कीमतों में हर गिरावट को खरीदारी के अवसर के रूप में लिया जा सकता है।
नयी खरीदारी के कारण जयपुर के हाजिर बाजार में सरसों की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। जयपुर में कीमतें बढ़कर 6,300 रुपये प्रति क्विंटल हो गयी है। सरसों तेल की कीमतों में भी बढ़ोतरी हुई। कारोबारियों के मुताबिक, मिलें नयी खरीदारी के लिए बाजार में वापस आयी। उन्हें अपनी नियमित जरूरत के लिए सरसों खरीदने की जरूरत है।
सोया तेल वायदा (दिसम्बर) की कीमतें तेजी के रुझान के साथ 1,040-1,045 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती है, जबकि सीपीओ (नवम्बर) की कीमतें भी 908-912 रुपये तक बढ़त जारी रह सकती है। कच्चे तेल और प्रतिद्वंद्वी तेलों में बढ़त के कारण मलेशियाई पॉम तेल वायदा की कीमतों में कल बढ़ोतरी हुई है बर्सा मलेशिया डेरिवेटिव एक्सचेंज में जनवरी डिलीवरी के लिए बेंचमार्क पॉम ऑयल की कीमतें 49 रिंगिट या 1.5% बढ़कर 3,395 रिंगिट प्रति टन पर बंद हुई है। (शेयर मंथन, 13 नवंबर 2020)
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