सोयाबीन वायदा (दिसंबर) की कीमतों में 4,200 रुपये तक गिरावट हो सकती है।
काउंटर प्रतीक्षा और निगरानी स्थिति में है, क्योंकि सीबीओटी पर इसके समकक्ष तिलहन की कीमतों पर रोक लग सकती है और 12 डॉलर पर बाधा का सामना करना पड़ रहा है। अमेरिकी सोयाबीन की कीमतों में हाल ही में वृद्धि से चीन के निर्यात माँग पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है और जल्द ही वे ब्राजील की ओर रुख कर सकते है, जहाँ आपूर्ति दो महीने से कम समय में उपलब्ध होनी शुरू हो जायेगी, और कीमतें अधिक आकर्षक होंगी। इसके अलावा, कारोबारी इस सप्ताह में ब्राजील में बारिश होने की संभावना व्यक्त कर रहे हैं, जिससे पूरी तरह से सूखापन समाप्त होने से सोयाबीन की फसलों पर से दबाव कम होने लगेगा।
आरएम सीड वायदा (दिसंबर) की कीमतों को 5,860 के पास रुकावट का सामना करना पड़ रहा है, और कीमतों में 5,500-5,400 रुपये तक गिरावट जारी रह सकती है। मिलें नयी खरीद के लिए इच्छुक नहीं हैं क्योंकि उच्च कीमतों के कारण सरसों तेल की माँग घटने से समर्थन नहीं मिल रहा है। नवंबर में मासिक पेराई कम होकर 5.00 लाख मीटिंक टन हो गयी, जबकि सितम्बर-अक्टूबर में 6.50-6 लाख टन और अगस्त में आठ लाख टन पुराई हुई थी। अभी भी नेफेड, हैफेड, किसानों, प्रोसेसरों और स्टॉकिस्टों के पास कुल भंडार लगभग 8.50 लाख टन सरसों हैं।
सोया तेल (दिसंबर) की कीमतों को 1,072 रुपये के पास अड़चन का सामना करना पड़ सकता है और सोयाबीन की कीमतों में कमजोरी के कारण कीमतों की बढ़त पर रोक लगी रह सकती है। लेकिन सीपीओ वायदा (दिसंबर) की कीमतें तेजी के रुझान के साथ 890-900 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। सीबोट में सोया तेल की कीमतों में नरमी और मुनाफा वसूली के कारण कल मलेशियन पॉम ऑयल वायदा की कीमतों में 1% की गिरावट हुई है लेकिन नवम्बर में कम उत्पादन अनुमान के कारण कीमतों में गिरावट सीमित रही। लेकिन डॉलियन एक्सचेंज में सोया तेल और पॉम ऑयल की कीमतों में गिरावट हुई है। (शेयर मंथन, 08 दिसंबर 2020)
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