अंतरराष्ट्रीय बाजारों से सकारात्मक संकेत लेते हुये राष्ट्रीय एक्सचेंज में सोयाबीन वायदा की कीमतों के तेजी रुझान के साथ 4,650-4,770 रुपये के दायरे में सीमित कारोबार करने की संभावना है।
दक्षिण अमेरिका में सूखे के कारण फसल नुकसान होने की चिंता और विश्व स्तर पर कम आपूर्ति के कारण अमेरिकी सोयाबीन वायदा की कीमतें साढ़े छह वर्ष के उच्च स्तर पर कारोबार कर रही है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार अगले दो सप्ताह में अर्जेंटीना और दक्षिणी ब्राजील में गर्म और मोटे तौर पर शुष्क मौसम की उम्मीद है। दक्षिण अमेरिकी प्रमुख उत्पादन क्षेत्रों में मौसम के शुष्क शुरुआत के बाद दबाव वाला मौसम आता है। अन्य प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर के अप्रैल 2018 के बाद सबसे अधिक कमजोर पड़ने से अमेरिकी अनाज के निर्यात की संभावनायें भी बढ़ी हैं।
सोया वायदा (जनवरी) की कीमतें 1,170-1,210 रुपये के दायरे में सीमित कारोबार कर सकती है, जबकि सीपीओ वायदा (जनवरी) की कीमतें 950-975 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। मलेशियाई पॉम तेल वायदा की कीमतों में कल बढ़ोतरी हुई है क्योंकि दक्षिण अमेरिका में सूखे मौसम और अर्जेंटीना में आपूर्ति में रुकावटों को लेकर चिंता के कारण कीमतों को मदद मिली। मलेशियाई पॉम तेल की कीमतें फरवरी 2011 के बाद से अपने उच्चतम स्तर पर कारोबार कर रही है।
आरएम सीड वायदा (जनवरी) की कीमतें 6,250-6,200 रुपये के पास सहारा लेते हुये 6,350-6,400 रुपये तक बढ़त दर्ज कर सकती है। ऐसी खबर है कि उत्तर भारत में शीत लहर के कारण राजस्थान और मध्य प्रदेश के कुछ जिलों में सरसों की फसल को नुकसान पहुँचा है। तिलहनी फसल राजस्थान के कोटा, अलवर, भरतपुर और सीकर जिलों और मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले में प्रभावित हुई है। सरसों की शुरुआती फसल में भारी नुकसान की सूचना है जबकि क्षतिग्रस्त फसल में सरसों के दाने विकसित हो रही हैं। इसके अतिरिक्त, मिलें और प्रोसेसर अपनी जरूरत के लिए नियमित रूप से तिलहन खरीद रहे हैं जबकि सरसों का स्टॉक घट रहा है। (शेयर मंथन, 05 जनवरी 2021)
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