अंतरराष्ट्रीय बाजारों से सकारात्मक संकेत लेते हुये राष्ट्रीय एक्सचेंज में सोयाबीन वायदा की कीमतों के तेजी रुझान के साथ 4,700-4,720 रुपये के स्तर पर पहुँचने की संभावना है।
अर्जेंटीना 150-30 मिलीमीटर वर्षा की कमी से जूझ रहा है, जो पूरी तरह से सोयाबीन के खेतों को नमी प्रदान करने के लिए आवश्यक है। ब्राजील के प्रमुख उत्पादक राज्य माटो ग्रोसो के कुछ क्षेत्रों में सोयाबीन की फसल की कटाई धीरे-धीरे शुरू हो गयी है। स्थानीय किसानों का कहना है कि पहले सीजन में कम बारिश के कारण फसल कटाई पिछले साल की रफ्तार से कम है।
सोया वायदा (जनवरी) की कीमतें 1,215-1,220 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती है, जबकि सीपीओ वायदा (जनवरी) की कीमतें 1,110-1,120 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती है। मलेशियाई पॉम ऑयल काउंसिल (एमपीओसी) ने कहा है कि मलेशिया के कच्चे पॉम तेल का निर्यात 2020 के अनुमानित 3.67 मिलियन टन से 12.5 प्रतिशत बढ़ोतरी के साथ इस साल 4.5 मिलियन टन होने की उम्मीद है। यह भी अनुमान लगाया गया है कि 2021 की पहली तिमाही में कीमतें औसतन 3,650 रिंगिट प्रति टन रह सकती है। मलेशियाई पॉम ऑयल काउंसिल ने मंगलवार को कहा कि चीन की ओर से मजबूत माँग और सुस्त आयात के बीच कम भारतीय आयात शुल्क के कारण मलेशियाई पॉम तेल भंडार 2021 में कम रहने की उम्मीद है।
आरएम सीड वायदा (जनवरी) की कीमतें 6,100 रुपये के पास सहारा लेते हुये 6,300-6,350 रुपये तक बढ़त दर्ज कर सकती है। ऐसी खबर है कि उत्तर भारत में शीत लहर के कारण राजस्थान और मध्य प्रदेश के कुछ जिलों में सरसों की फसल को नुकसान पहुँचा है। तिलहनी फसल राजस्थान के कोटा, अलवर, भरतपुर और सीकर जिलों और मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले में प्रभावित हुई है। सरसों की शुरुआती फसल में भारी नुकसान की सूचना है जबकि क्षतिग्रस्त फसल में सरसों के दाने विकसित हो रही हैं। इसके अतिरिक्त, मिलें और प्रोसेसर अपनी जरूरत के लिए नियमित रूप से तिलहन खरीद रहे हैं जबकि सरसों का स्टॉक घट रहा है। (शेयर मंथन, 06 जनवरी 2021)
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