अंतरराष्ट्रीय बाजार से सकारात्मक संकेत के कारण एमसीएक्स पर कॉटन वायदा (जून) की कीमतों के 24,400-24,600 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है।
अनुकूल मौसम की स्थिति और कम निर्यात बिक्री दिखाने वाले साप्ताहिक आँकड़ों के कारण आईसीई में कॉटन वायदा की कीमतें एक सप्ताह के उच्चतम स्तर से नीचे आ गयी हैं जबकि बाजार को 30 जून को जारी होने वाले रकबा रिपोर्ट का इंतजार है। कॉटन दिसंबर की कीमतें 0.28 सेंट या 0.3% कम हो गयी है, जो पहले 16 जून के बाद 86.88 सेंट के उच्चतम स्तर पर पहुँच गयी थी। अमेरिकी कृषि विभाग की साप्ताहिक निर्यात बिक्री रिपोर्ट के अनुसार बाजार वर्ष 2020-21 में 74,700 रनिंग बेल की शुद्ध बिक्री हुई है, जो पिछले सप्ताह से 33% और पिछले 4-सप्ताह के औसत से 48% कम है।
ग्वारसीड वायदा (जुलाई) की कीमतों के 3,950 रुपये तक नीचे लुढ़कने की संभावना है, जबकि ग्वारगम वायदा (जुलाई) की कीमतों में 6,150-6,100 रुपये तक गिरावट होने की संभावना है। हाजिर बाजारों में इन काउंटरों में गिरावट बढ़ रही है क्योंकि प्रमुख उत्पादक क्षेत्रों में हुई बारिश ने अच्छी बुवाई की उम्मीद जगा दी है। बिकवाली के दबाव के बीच कीमतों में गिरावट हुई है क्योंकि स्टॉकिस्ट अपने स्टॉक को बेचने में दिलचस्पी दिखा रहे हैं।
मेंथा तेल वायदा (जुलाई) की कीमतों को 1,175-1,170 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है। इस बार खेत में पानी रुकने से फसल सड़ने से किसान मायूस हैं। पिछले कुछ सप्ताह दर्दनाक रहे हैं क्योंकि मानसून से पहले के मौसम में भारी बारिश ने मेंथा की फसल को नुकसान पहुँचाया है जो कि कटाई के लिए तैयार थी। पानी में डूबने के कारण पक्तियाँ मुरझाने लगी हैं। फसल की कटाई के साथ ही तेल निकालने का काम भी शुरू हो गया है। लखनऊ स्थित सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिसिनल ऐंड एरोमैटिक प्लांट्स का अनुमान है कि पिछले दो हफ्रतों में फसल पर बारिश के इस प्रतिकूल प्रभाव के कारण उत्पादन में 30% की कमी आने की उम्मीद है। (शेयर मंथन, 25 जून 2021)
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