कच्चे तेल की कीमतें बढ़त के साथ खुल सकती है और 4,000-4,080 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है।
डॉलर में अस्थिरता के बीच लीबिया के कुछ तेल क्षेत्रों के फिर से शुरु होने के कारण कल तेल की कीमतों में बढ़त दर्ज की गयी। कल इंडेक्स इंडेक्स तीन वर्ष के निचले स्तर पर पहुँच गया था लेकिन अमेरिकी सरकारी की कार्यबंदी की आशंका के समाप्त होने के कारण गिरावट की भरपायी हुई। डॉलर इंडेक्स में गिरावट से कच्चे तेल की कीमतों को मदद मिली। तेल के सबसे बड़े निर्यातक सऊदी अरब ने कहा है कि सभी प्रमुख तेल उत्पादकों को इस वर्ष के अंत तक तेल उत्पादन में कटौती में सहयोग करते रहना चाहिए। ओपेक और रूस द्वारा तेल उत्पादन में कटौती जारी रखने के कारण कीमतों को मदद मिल रही है। नेचुरल गैस वायदा की कीमतों में अस्थिरता बरकरार रहने की संभावना है और कीमतें 203-210 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती हैं। अमेरिकी में अनुमान से कम तापमान के अनुमान के बाद नेचुरल गैस वायदा की कीमतें आठ महीने के उच्च स्तर पर पहुँचने गयी हैं। (शेयर मंथन, 23 जनवरी 2018)