बेस मेटल की कीमतों के गिरावट के साथ खुलने की संभावना है।
डॉलर इंडेक्स के मजबूत होने एलएमई के भंडार में बढ़ोतरी होने से कीमतों पर दबाव रह सकता है। विश्व की दो बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच बढ़ते तनाव के कारण लंदन में आज तांबें की कीमतों में नरमी है। बाजार की नजर इस हफ्ते फेडरल रिजर्व की दो दिवसीय बैठक पर है, जिसमें ब्याज दरों में बढ़ोतरी की संभावना से डॉलर में मजबूती दर्ज की जा सकती है। तांबें की कीमतों में 444 रुपये और जिकं की कीमतों में 210 रुपये तक गिरावट हो सकती है। चीन प्रदूषण नियंत्रण के तहत फैक्ट्रियों से उत्पादन कम होने के बावजूद तांबें में बढ़ोतरी हुई है। एल्युमीनियम की कीमतों में 134 रुपये तक गिरावट हो सकती है। पिछले शुक्रवार को शंघाई में एल्युमीनियम का भंडार 87,303 टन बढ़ कर रिकॉर्ड 9,34,216 टन हो गया है। शंघाई में जिंक का भंडार भी पिछले महीने की तुलना में लगभग 50,000 टन बढ़ गया है। जबकि शंघाई में तांबें का भंडार इस वर्ष के प्रारंभ की तुलना दोगुना होकर लगभग 3,00,000 टन है। (शेयर मंथन, 19 मार्च 2018)