यूरो जोन के संकट के बाद विश्व स्तर पर शेयर बाजारों में गिरावट के कारण बेस मेटल में उच्च स्तर पर मुनाफा वसूली हो सकती है।
तांबें की कीमतों को 467 रुपये के स्तर पर बाधा और कीमतों को 458 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है। इटली के गहराते संकट के बीच डॉलर के मजबूत होने के कारण लंदन में आज तांबें की कीमतें दो हफ्ते के निचले स्तर पर पहुँच गयी हैं। चीन और अमेरिका के बीच व्यापार संकट का कोई समाधान नही हो पाने से भी कीमतों पर दबाव पड़ रहा है।
खबर है कि अमेरिका ने कहा है कि चीन जब तक उसकी बौद्धिक संपदा की चोरी पर कार्रवाई नही करता है तब तक चीन के उत्पादों पर 50 बिलियन डॉलर का आयात शुल्क जारी रहेगा। वहीं जिंक में सीमित दायरे में कारोबार होने की संभावना है और कीमतों को 207 रुपये के स्तर पर सहारा तथा 211 रुपये के स्तर पर बाधा रह सकती है। लेड की कीमतों को 162 रुपये के स्तर पर सहारा और 166 रुपये के स्तर पर अड़चन का सामना करना पड़ सकता है। निकल में साइडवेज कारोबार होने की संभावना है और कीमतों को 990 रुपये के स्तर पर सहारा और 1,020 रुपये के स्तर पर बाधा रह सकती है। एल्युमीनियम में भी साइडवेज कारोबार होने की संभावना है। एल्युमीनियम की कीमतों को 151 रपये के स्तर पर सहारा और 157 रुपय के स्तर पर बाधा रह सकती है।