कच्चे तेल की कीमतों में तेजी रहने की संभावना है।
ओपेक और रूस के जनवरी से तेल उत्पादन में कटौती के बाद बाजार में संतुलन की संभावना से आज अमेरिकी कच्चे तेल की कीमतों में बढ़त दर्ज की गयी है। लीबिया में स्थानीय विद्रोहियों द्वारा देश के सबसे बड़े तेल क्षेत्रों अल-शरारा पर कब्जा करने के बाद तेल की आपूर्ति बाधित होने से भी कीमतों को मदद मिल सकती है। ओपेक द्वारा जनवरी से 1.2 मिलियन बैरल प्रति दिन की कटौती से कीमतों को मदद मिलने की उम्मीद है, लेकिन कारोबारियों का मानना है बाजार को तेजी देने के लिए यह कटौती पर्याप्त नही है। कच्चे तेल की कीमतों को 3,700 रुपये पर सहारा और 3,800 रुपये के स्तर पर बाधा रह सकती है।
नेचुरल गैस वायदा (दिसंबर) की कीमतों के सीमित दायरे में रहने की संभावना है और कीमतें 313-325 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। अमेरिका में सामान्य से अधिक तापमान के अनुमान के बाद हीटिंग के लिए गैस की माँग में कमी होने से अमेरिकी नेचुरल गैस वायदा की कीमतों में गिरावट हुई। (शेयर मंथन, 12 दिसंबर 2018)