बेस मेटल की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ सीमित दायरे में रहने की संभावना है।
18-19 दिसंबर को होने वाली फेड की बैठक से पहले डॉलर इंडेक्स के मजबूत होने के कारण कीमतों पर दबाव पड़ा। तांबे की कीमतों के एक दायरे में रहने की संभावना है और कीमतों को 435 रुपये के स्तर पर सहारा और 442 रुपये के नजदीक बाधा रह सकती है। चीन की आर्थिक गति के धीमा रहने और एक्सचेंजों के वेयर हाउसों में भंडार में कमी के कारण लंदन में तांबे की कीमतें सीमित दायरे में कारोबार कर रही हैं। इस वर्ष जनवरी से अक्टूबर के बीच चिली में तांबे का उत्पादन पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 6% बढ़ कर 4.74 मिलियन टन हुआ है।
लेड की कीमतों के सीमित दायरे में रहने की संभावना है। लेड की कीमतों को 137 रुपये के करीब सहारा और 139 रुपये के आस-पास अड़चन रह सकती है। नवंबर में चीन का लेड उत्पादन वर्ष-दर-वर्ष आधार पर 18.3% बढ़ कर 4,84,000 टन हो गया है।
एल्युमीनियम की कीमतों में बढ़त दर्ज की जा सकती है और कीमतों को 136 रुपये के नजदीक और 140 रुपये के नजदीक रुकावट, जिंक की कीमतों को 181 रुपये के नजदीक सहारा और 186 रुपये के नजदीक बाधा रह सकती है।
इंटरनेशनल लेड एवं जिंक निकल स्टडी ग्रुप के अनुसार विश्व जिंक बाजार में अगस्त के 81,800 टन की तुलना में सितंबर में 54,700 टन की कमी रही है। निकल की कीमतों को 780 रुपये पर सहारा और 792 रुपये के स्तर पर रुकावट रहने की संभावना है। (शेयर मंथन, 18 दिसंबर 2018)