बेस मेटल की कीमतों के सीमित दायरे में रहने की संभावना है।
तांबे की कीमतों में तेजी दर्ज की जा सकती है और कीमतें में 440 रुपये के स्तर पर सहारा स्तर के साथ 447 रुपये तक बढ़त दर्ज कर सकती है। लंदन में तांबे की कीमतों में 0.1% की बढ़त दर्ज की गयी है, जबकि शंघाई में कीमतों में 0.1% की नरमी देखी जा रही है। सरकारी आँकड़ों के अनुसार जून में चीन में कच्चे तांबे का आयात पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 27.2% कम होकर 3,26,000 टन हुआ है, जबकि कॉपर कंसेन्टेंट का आयात कम होकर 6 महीने के निचले स्तर 14.7 लाख टन पर पहुँच गया है।
जिंक की कीमतों के 191 रुपये के स्तर पर सहारे के साथ 196 रुपये के स्तर पर पहुँचने की संभावना है। चीन में माँग को लेकर अनिश्चितता के कारण आज स्टील वायदा की कीमतों में तीन हफ्ते के निचले स्तर पर गिरावट हुई है। लेड की कीमतों के 154 रुपये के स्तर पर सहारे के साथ 159 रुपये के स्तर पर पहुँचने की संभावना है। निकल की कीमतों के 925 रुपये के स्तर पर सहारे के साथ 940 रुपये के स्तर पर पहुँचने की संभावना है।
इंडोनेशिया द्वारा 2022 तक निकल अयस्क के निर्यात पर फिर से रोक लगाये जाने के कारण लंदन में निकल की कीमतें 10 महीने के स्तर पर पहुँच गयी। एल्युमीनियम की कीमतों के 140 रुपये के स्तर पर सहारे के साथ 144 रुपये के स्तर पर पहुँचने की संभावना है। (शेयर मंथन, 15 जुलाई 2019)