कच्चे तेल की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ सीमित दायरे में कारोबार करने की संभावना हैं और कीमतों को 3,200 रुपये के स्तर पर अड़चन के साथ 3,040 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
पिछले सत्रा में पाँच महीने के उच्च स्तर पर पहुँचने के बाद डॉलर के कमजोर होने के बावजूद अमेरिका सहित दुनिया भर में कोरोना वायरस के बढ़त मामलों के कारण तेल की माँग में कमी की आशंका आज तेल की कीमतें स्थिर है। ऊर्जा सूचना प्रशासन के अनुसार अमेरिकी कच्चे तेल के भंडार में अनुमान से अधिक गिरावट के बाद कल दोनों बेंचमार्क कॉन्टैक्ट की कीमतें 1% से अधिक की बढ़ोतरी के साथ 6 मार्च के बाद से अधिक स्तर पर पहुँच गयी। ऊर्जा सूचना प्रशासन के अनुसार 1 अगस्त को समाप्त हफ्ते में अमेरिकी कच्चे तेल का भंडार 7.4 मिलियन बैरल कम हुआ है जबकि बाजार का अनुमान 3 मिलियन बैरल की गिरावट का था। फिर भी निवेशक ऐसे समय में अमेरिका रिफाइंड उत्पादों के भंडार में बढ़ोतरी को लेकर सावधन रहे जब अमेरिकी केंद्रीय बैंकरों ने कहा कि कोरोना मामलों में फिर से बढ़ोतरी के कारण दुनिया के सबसे बड़े तेल उपभोक्ता में आर्थिक सुधर धीमी हो रही है। ईआईए के अनुसार डिस्टिलेट का भंडार दिखाया, जिसमें डीजल और हीटिंग ऑयल शामिल हैं, 38 साल के उच्च स्तर पर चढ़ गया, और गैसोलीन का भंडार भी अप्रत्याशित रूप से लगातार दूसरे सप्ताह में बढ़ा है।
नेचुरल गैस की कीमतें गिरावट के साथ कारोबार कर सकती है और कीमतों को 154 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 166 रुपये के स्तर पर बाधा रह सकता है। (शेयर मंथन, 06 अगस्त 2020)