
कच्चे तेल की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ कारोबार करने की संभावना हैं और कीमतों को 3,600 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 3,510 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
अमेरिकी कच्चे तेल और गैसोलीन के स्टॉक गिरावट से तेल की माँग बढ़ने की उम्मीद से आज तेल की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है, जबकि निवेशकों को संभावित ब्रेक्सिट व्यापार समझौते से भी बढ़ावा मिला। ऊर्जा सूचना प्रशासन के अनुसार 18 दिसम्बर को समाप्त में अमेरिकी कच्चे तेल का भंडार 562,000 बैरल घटकर 18 से 499.5 मिलियन बैरल रह गया है जबकि गैसोलीन का स्टॉक 1.1 मिलियन बैरल की गिरावट के साथ 237.8 मिलियन बैरल रह गया है। जबकि डिस्टिलेट का भंडार 2.3 मिलियन बैरल से अधिक की गिरावट के साथ 148.9 मिलियन बैरल रह गया है। फिर भी, निवेशक कोरोना वायरस के अधिक संक्रामक संस्करण के प्रसार से तेल की माँग में रिकवरी को लेकर चिंतित रहे। अमेरिकियों को भी चेतावनी दी गयी है कि वे क्रिसमस के लिए यात्रा न करें जबकि अस्पतालों में नवीनतम मामलों में वृद्धि हुई है। इस सप्ताह अमेरिकी ऊर्जा फर्मों द्वारा लगातार पांचवे सप्ताह तेल और नेचुरल गैस रिगों में बढ़ोतरी से भी आपूर्ति में बढ़ोतरी को लेकर चिंता बढ़ गयी।
नेचुरल गैस की कीमतों में उठापटक के साथ कारोबार हो सकता है और कीमतों को 188 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 194 रुपये के स्तर पर अड़चन रह सकता है। (शेयर मंथन, 24 दिसंबर 2020)