कच्चे तेल की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ सीमित कारोबार करने की संभावना हैं और कीमतों को 4,380 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 4,290 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
अमेरिकी डॉलर मजबूत होने के कारण तेल की कीमतों में गिरावट दर्ज की गयी। आर्कटिक तूफान के कारण देश के सबसे बड़े तेल उत्पादक राज्य टेक्सास में तेल और गैस क्षेत्रों से उत्पादन पर अंकुश लगने से कीमतों में दो दिन की तेजी के बाद कीमतों में गिरावट हुई है। अमेरिकी डॉलर के मजबूत होने से अन्य मुद्राओं को रखने वाले खरीदारों के लिए कच्चे तेल अधिक महँगा हो जाता है। अमेरिका में भारी ठंड के के कारण टेक्सास के तेल के कुओं और रिफाइनरियों को बंद कर दिया गया और नेचरल गैस और कच्चे पाइपलाइन ऑपरेटरों पर भी रोक लग गयी थी। पश्चिमी यूरोप के सबसे बड़े तेल और गैस उत्पादक नॉर्वे में बड़े अपतटीय क्षेत्रों की हड़ताल और शटडाउन के बाद ब्रेंट कच्चे तेल की कीमतों में भी गिरावट हुई। फिर भी, अमेरिकी तेल आपूर्ति भारी ठंड के बीच तनावपूर्ण बनी हुई है, जिसने बिजली की आपूर्ति को प्रभावित किया है, और बदले में टेक्सास में पर्मिन बेसिन में कच्चे तेल का उत्पादन प्रति दिन लगभग 5,00,000 कम होकर 1.2 मिलियन बैरल रह गया है।
नेचुरल गैस की कीमतों में तेज उठापटक होने की संभावना है और कीमतों को 224 रुपये के स्तर पर रुकावट और 217 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है। संयुक्त राज्य अमेरिका के मध्य भाग में अधिकांश पाइपलाइनों बंद होने के कारण नेचुरल गैस बाजारों में तेजी दर्ज की गयी। (शेयर मंथन, 17 फरवरी 2021)