कच्चे तेल की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ सीमित कारोबार करने की संभावना हैं और कीमतों को 4,670 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 4,590 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
आधिकारिक आँकड़ों के अनुसार अमेरिकी तेल कच्चे तेल और ईंधन के भंडार में निरंतर वृद्धि के कारण आज कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट देखी जा रही है जबकि मौजूदा महामारी के कारण माँग को लेकर चिंता बरकरार है। सरकारी आँकड़ों से पता चला है कि अमेरिका में ठंड के गंभीर मौसम के कारण रिफाइनरियों के बंद रहने से अमेरिकी कच्चे तेल के भंडार में लगातार चौथे सप्ताह में वृद्धि हुई है। सरकारी आँकड़ों के अनुसार 12 मार्च को समाप्त में अमेरिकी कच्चे तेल के भंडार में 2.4 मिलियन बैरल की बढ़ोतरी हुई है जबकि रॉयटर्स पोल में विश्लेषकों ने 3 मिलियन बैरल की बढ़ोतरी का अनुमान लगाया था। गैसोलीन और डीजल के स्टॉक में भी वृद्धि हुई। जर्मनी, फ्रांस और इटली सहित कई यूरोपीय देशों ने संभावित गंभीर दुष्प्रभावों की रिपोर्ट के बाद एस्ट्रोजेनेका पीएलसी के कोविड-19 इंजेक्शन को निलंबित कर दिया है। इन कदमों से यूरा क्षेत्र में टीकाकरण की धीमी गति को लेकर चिंतायें बढ़ रही हैं, जिससे कोरोना से सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में से एक में किसी भी आर्थिक सुधार में देरी हो सकती है।
नेचुरल गैस की कीमतों में तेज उठापटक होने की संभावना है और कीमतों को 188 रुपये के स्तर पर अड़चन और 180 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है। सर्वेक्षण प्रदाता एस्टिमेट के अनुसार, अगले 6-10 और 8-14 दिनों के लिए मध्य-पश्चिम और पूर्वी तट के अधिकांश हिस्सों में मौसम के सामान्य से अधिक गर्म रहने की उम्मीद है। (शेयर मंथन, 18 मार्च 2021)