कच्चे तेल की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ सीमित कारोबार करने की संभावना हैं और कीमतों को 4,460 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 4,340 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
पूरे यूरोप में कोविड-19 संक्रमण की एक नयी लहर के बाद फिर से लॉकडाउन और ईंधन की माँग को लेकर चिंता के कारण आज तेल की कीमतों में पिछले हफ्रते की गिरावट जारी है और कीमतें 1% की गिरावट के साथ कारोबार कर रही है। एक मसौदा प्रस्ताव के अनुसार, जर्मनी ने कोविड -19 संक्रमणों को रोकने के लिए लगातार पाँचवें महीने लॉकडाउन का विस्तार करने की योजना बनायी है क्योंकि अधिकारियों के अनुसार अस्पतालों पर काफी अधिक बोझ है। पेट्रोलियम निर्यातक देशों और उसके सहयोगियों के संगठन ने कोविड-19 महामारी के दौरान कम हुये माँग के बाद वैश्विक बाजारों को संतुलित करने के लिए उत्पादन में अभूतपूर्व कटौती की है। अमेरिकी डिंलरों ने माँग में रिकवरी की उम्मीद से कीमतों में बढ़ोतरी का लाभ उठाना शुरू कर दिया है, जनवरी के बाद से पिछले शुक्रवार को समाप्त के दौरान तेल निकालने के लिए रिगों की सख्या में सबसे अधिक बढ़ोतरी हुई है। ऊर्जा सेवा फर्म बेकर ह्यूजेस कंपनी के अनुसार तेल और गैस डिंलिंग रिगों की संख्या भविष्य के उत्पादन का एक प्रारंभिक संकेतक है, जो पिछले सप्ताह नौ बढ़कर 411 तक बढ़ गयी था। रिगों की सख्ंया पिछले सात महीनों से बढ़ रही है और अगस्त में 244 के रिकॉर्ड निचले स्तर से लगभग 70% अधिक है।
नेचुरल गैस की कीमतों को 180 रुपये के स्तर पर सहारा मिल रहा है। इस स्तर से नीचे टूटने पर कीमतों में 174 रुपये तक गिरावट हो सकती है। गैस की कीमतों को 188 रुपये के स्तर पर बाधा है। (शेयर मंथन, 22 मार्च 2021)