बेस मेटल की कीमतें मिले-जुले रुझान के साथ कारोबार कर सकती है। तांबे की कीमतें 752-759 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है।
शंघाई और एलएमई बेस मेटल की कीमतें कल मिलाजुला बंद हुई क्योंकि अमेरिकी व्यापार घाटें में बढ़ोतरी के बाद डॉलर इंडेक्स में उछाल दर्ज क गयी। पेरू के लास बंबास तांबे की खदान में खनन गतिविधि जो वैश्विक आपूर्ति का 2% है, प्रदर्शनकारियों द्वारा एक प्रमुख पहुँच मार्ग को अवरुद्ध करने के बाद तेजी से गिरना शुरू हो गया है।
जिंक में खरीदारी हो सकती है और कीमतें 298-302 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। लंदन और शंघाई में कीमतों में अंतर चीन से निर्यात के पक्ष में हो गया है क्योंकि यूरोप में स्मेल्टर बंद होने से आपूर्ति-श्रृंखला अंतराल बढ़ गया है और प्रीमियम बढ़ गया है। लेड की कीमतें 183-186 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। चीन ने पिछले साल 95,000 टन रिफाइंड लेड का निर्यात किया है जो 2007 के बाद से सबसे अध्कि वार्षिक निर्यात है। निरंतर कम एलएमई स्टॉक और लगातार उच्च भौतिक प्रीमियम को देखते हुये आगे भी अधिक निर्यात होने की संभावना है। निकल की कीमतें 1,710-1,755 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। पिछले साल की दूसरी छमाही में बाजार में तेजी के कारण चीन में रिफाइंड निकल का आयात दोगुना बढ़कर 2,61,000 टन हो गया। इलेक्ट्रिक वाहन क्षेत्र से अधिक माँग निकेल सल्फेट के तेजी से बढ़ते आयात से भी स्पष्ट है।
आपूर्ति को लेकर चिंता जारी रहने से एल्युमीनियम की कीमतें 252 रुपये के सहारा के साथ 256 रुपये तक बढ़ सकती है। कम आपूर्ति और घटते भंडार को लेकर निवेशकों की चिंता के कारण कल एल्युमीनियम की कीमतें पिछले अक्टूबर के 13 साल के उच्च स्तर के करीब पहुँच गयी। बीजिंग ओलंपिक से पहले हवा की गुणवत्ता में सुधार के लिए एल्युमीनियम के उत्पादन में काफी कमी आयी है। यूक्रेन पर हमला करने पर रूस के खिलाफ प्रतिबंधें की धमकी ने आपूर्ति चिंताओं को बढ़ा दिया है। रूस एल्युमीनियम का प्रमुख उत्पादक है। (शेयर मंथन, 09 फरवरी 2022)