छोटी अवधि के लिए तेजी के नजरिये पर इराक की स्थिति और मानसून की कमजोरी का असर पड़ा है।
इराक का संकट और वैश्विक अर्थव्यवस्था की स्थिति अगले छह महीनों के लिए भारतीय शेयर बाजार को प्रभावित करने वाला सबसे प्रमुख कारक रहेगा। लेकिन लंबी अवधि के लिए कोई बड़ी चिंता नहीं दिख रही है। अभी बाजार के लिए सकारात्मक पहलुओं में नरेंद्र मोदी का प्रधानमंत्री बनना, विकास दर में फिर तेजी आने की उम्मीद, उद्यमिता की ऊर्जा का विस्फोट होना और कंपनियों की आय में वृद्धि की दर का तेज होना प्रमुख हैं। संदीप सभरवाल, सीआईओ, सन कैपिटल Sandeep Sabarwal, CIO, Sun Capital)
(शेयर मंथन, 08 जुलाई 2014)