डॉलर के मुकाबले लगातार कमजोर होते रुपये और पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी के बीच जनता के लिए महँगाई के मोर्चे एक और राहत की खबर आयी है।
खुदरा महँगाई दर के बाद मासिक आधार पर थोक महँगाई दर (WPI) में भी गिरावट दर्ज की गयी है। अगस्त 2018 में थोक महँगाई दर 4.53% रही, जो पिछले चार महीनों में सबसे कम है। जुलाई में यह 5.09% रही थी।
अगस्त में खाने-पीने की चीजों पर महँगाई घटी है। महीने दर महीने आधार पर अगस्त में खाद्य थोक महँगाई दर -0.86% से घट कर -2.25% और ईंधन तथा ऊर्जा की थोक महँगाई दर 18.1% से गिर कर 17.73% रह गयी। हालाँकि विनिर्माण उत्पादों की थोक महँगाई दर 4.26% से बढ़ कर 4.43% पर पहुँच गयी।
वहीं थोक महँगाई दर सब्जियों पर -14.07% से घट कर -20.18% और अंडे-माँस पर 0.87% से गिर कर 0.59% फीसदी रही है। मगर मासिक आधार पर अगस्त में दालों की थोक महंगाई दर -17.03% से बढ़ कर -14.26% हो गयी। (शेयर मंथन, 15 सितंबर 2018)